शासकीय नवीन महाविद्यालय चांदनी बिहारपुर में धूमधाम से मनाया गया अंतरराष्ट्रीय रेडक्रॉस दिवस ,कुलपति पी.पी. सिंह ने छात्रों को दी मानवता की निस्वार्थ सेवा की प्रेरणा

शासकीय नवीन महाविद्यालय चांदनी बिहारपुर में धूमधाम से मनाया गया अंतरराष्ट्रीय रेडक्रॉस दिवस ,कुलपति पी.पी. सिंह ने छात्रों को दी मानवता की निस्वार्थ सेवा की प्रेरणा
शासकीय नवीन महाविद्यालय चांदनी बिहारपुर में धूमधाम से मनाया गया अंतरराष्ट्रीय रेडक्रॉस दिवस ,कुलपति पी.पी. सिंह ने छात्रों को दी मानवता की निस्वार्थ सेवा की प्रेरणा

ओड़गी, 8 मई 2025 । शासकीय नवीन महाविद्यालय चांदनी बिहारपुर में आज अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस दिवस बड़े उत्साह और गरिमा के साथ मनाया गया। संत गहिरा गुरु विश्वविद्यालय, सरगुजा, अंबिकापुर के कुलपति प्रो. पी.पी. सिंह की गरिमामय उपस्थिति और महाविद्यालय प्रभारी व रेड क्रॉस संगठक धीरेंद्र कुमार जायसवाल के कुशल संचालन में आयोजित इस कार्यक्रम ने मानवता और सेवा भाव का संदेश बुलंद किया। कार्यक्रम की शुरुआत कुलपति प्रो. पी.पी. सिंह के प्रेरक उद्बोधन से हुई। उन्होंने छात्र-छात्राओं और शिक्षकों को मानवता की निस्वार्थ सेवा का महत्व समझाते हुए कहा, "रेड क्रॉस का प्रतीक केवल एक संगठन नहीं, बल्कि करुणा और सहायता का जीवंत संदेश है।" उन्होंने युद्ध और आपदा के दौरान रेड क्रॉस स्वयंसेवकों द्वारा किए गए असाधारण कार्यों के उदाहरण प्रस्तुत कर युवाओं को समाज सेवा के लिए प्रेरित किया। रेडक्रॉस संगठक धीरेंद्र कुमार जायसवाल ने रेड क्रॉस सोसाइटी के गौरवशाली इतिहास पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि 1863 में जीन हेनरी ड्यूनेंट द्वारा स्थापित यह संगठन आज विश्व के 192 देशों में आपदा, युद्ध और महामारी के समय जरूरतमंदों की मदद करता है। भारत में 1920 में स्थापित भारतीय रेड क्रॉस सोसाइटी रक्तदान, स्वास्थ्य शिविर और आपदा राहत जैसे कार्यों में अग्रणी भूमिका निभा रही है। जायसवाल ने जोर देकर कहा, रेड क्रॉस का हर स्वयंसेवक मानवता का सच्चा सिपाही है। 

कार्यक्रम में शिक्षकों ने भी अपने विचार साझा किए। प्राध्यापक सचिन कुमार मिज ने रेड क्रॉस के सिद्धांतों—मानवता, निष्पक्षता और तटस्थता—पर जोर दिया, जबकि पिंटू कुमार ने युवाओं से रक्तदान और स्वास्थ्य जागरूकता जैसे अभियानों में सक्रिय भागीदारी की अपील की। कार्यक्रम का समापन प्राध्यापक प्रियांशु जायसवाल के धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ।  

इस अवसर पर महाविद्यालय के सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। शिक्षक अखिलेश रवि, सीमा राजवाड़े सहित अन्य कर्मचारियों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और प्रभावी बनाया। छात्रों ने रेड क्रॉस के प्रति अपनी जागरूकता और सेवा भाव को व्यक्त करते हुए भविष्य में स्वयंसेवक बनने की इच्छा जताई।  

मानवता का संदेश बुलंद करता रेडक्रॉस 

यह आयोजन न केवल रेड क्रॉस के गौरवशाली इतिहास को याद करने का अवसर था, बल्कि युवाओं में सेवा और करुणा के मूल्यों को जागृत करने का एक सशक्त मंच भी साबित हुआ। महाविद्यालय प्रशासन ने भविष्य में भी ऐसे आयोजनों को जारी रखने का संकल्प लिया, ताकि छात्र-छात्राएं मानवता की सेवा में अपनी भूमिका निभा सकें।