कलेक्टर का स्कूलों पर सख्त रुख: 30 जून तक प्रवेश प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश, लापरवाही पर होगी कार्रवाई
अम्बिकापुर, 26 जून 2025 ।सरगुजा जिले के कलेक्टर विलास भोसकर ने गुरुवार को लखनपुर और उदयपुर विकासखंड के शासकीय स्कूलों का औचक निरीक्षण कर शिक्षा व्यवस्था की गहन पड़ताल की। इस दौरान उन्होंने स्कूल परिसरों में साफ-सफाई की खराब स्थिति, टेबल-कुर्सियों की अव्यवस्था और प्रवेश प्रक्रिया में देरी पर कड़ा रुख अपनाते हुए जिम्मेदार अधिकारियों और शिक्षकों को फटकार लगाई। कलेक्टर ने 30 जून तक सभी बच्चों की प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण करने के सख्त निर्देश दिए, अन्यथा विकासखंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ), सहायक विकासखंड अधिकारी (एबीओ) और प्रधानाध्यापकों सहित संबंधित शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी।कुलमिलाकर कलेक्टर के इस औचक निरीक्षण और सख्त निर्देशों से जिले के शासकीय स्कूलों में स्वच्छता, शिक्षा की गुणवत्ता और प्रवेश प्रक्रिया में सुधार की उम्मीद जगी है। स्थानीय लोग इसे शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक सकारात्मक कदम मान रहे हैं।
स्वच्छता और शिक्षा पर विशेष जोर
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने स्कूल परिसरों में स्वच्छता की स्थिति पर गहरा असंतोष जताया। उन्होंने शिक्षकों को निर्देश दिए कि परिसर को स्वच्छ और व्यवस्थित रखा जाए, क्योंकि बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए स्वच्छ वातावरण अनिवार्य है। साथ ही, उन्होंने मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता पर जोर देते हुए बच्चों को समय पर पोषणयुक्त भोजन, हरी सब्जियां और स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
हैंडपंप और सोकपिट की सफाई के आदेश
कलेक्टर ने स्कूलों में हैंडपंप और बोरिंग की नियमित सफाई, पानी की निकासी व्यवस्था को दुरुस्त करने और ‘सोकपिट’ निर्माण के लिए तत्काल कदम उठाने को कहा। उन्होंने टेबल-कुर्सियों को सुव्यवस्थित करने और बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए शिक्षकों को गंभीर प्रयास करने की हिदायत दी।
इन स्कूलों का किया निरीक्षण
कलेक्टर ने शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला, प्राथमिक शाला, आंगनबाड़ी केंद्र रजपूरीकला, स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय लखनपुर, हाई स्कूल और मिडिल स्कूल जजगा का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने बच्चों की उपस्थिति पंजी, प्रवेश प्रक्रिया की प्रगति, मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता और स्कूल की समग्र व्यवस्था की बारीकी से जांच की।
शिक्षकों को आदर्श बनने की नसीहत
कलेक्टर ने शिक्षकों से कहा कि वे बच्चों की उपस्थिति बढ़ाने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी गंभीरता से काम करें। उन्होंने शिक्षकों को एक आदर्श शिक्षक की भूमिका निभाने और बच्चों के भविष्य को संवारने में योगदान देने की सलाह दी।
अधिकारी रहे मौजूद
निरीक्षण के दौरान एसडीएम बनसिंह नेताम, जिला शिक्षा अधिकारी अशोक कुमार सिन्हा, सहायक परियोजना अधिकारी रविशंकर पांडेय, तहसीलदार अंकिता पटेल सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।