'सीतामढ़ी की जगह जनकपुर बताया माता सीता की जन्मस्थली':मंगल पांडेय ने X पर किया था पोस्ट, 7 घंटे बाद किया सुधार

'सीतामढ़ी की जगह जनकपुर बताया माता सीता की जन्मस्थली':मंगल पांडेय ने X पर किया था पोस्ट, 7 घंटे बाद किया सुधार
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय सोशल मीडिया पर विवादों में घिर गए। उन्होंने माता सीता की जन्मस्थली को लेकर गलत जानकारी पोस्ट की। मंत्री ने एक्स पर अपने पोस्ट में सीतामढ़ी स्थित पुनौरा धाम को नेपाल के जनकपुर में बता दिया। यह गलत जानकारी करीब सात घंटे तक एक्स पर रही। गलती का एहसास होने पर उन्होंने पोस्ट हटाकर नई जानकारी साझा की। पहले स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा था कि "विकास के साथ विरासत, जनकपुर की पुण्य भूमि पुनौरा धाम में बनेगा माता सीता का भव्य मंदिर। यह केवल मंदिर का निर्माण नहीं, हमारी आस्था, परंपरा और सांस्कृतिक विरासत का पुनर्जन्म है। बिहार अब अपने वैभवशाली अतीत को वर्तमान में जीवंत कर एक नई पहचान की ओर अग्रसर है।" लेकिन जब स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को पता चला कि उन्होंने सीतामढ़ी की जगह जनकपुर लिख दिया है, तो उन्होंने पुराने पोस्ट को डिलीट करने के बाद दोबारा पोस्ट किया। जिसमें उन्होंने लिखा कि "विकास के साथ विरासत। सीतामढ़ी की पुण्य भूमि पुनौरा धाम में बनेगा माता सीता का भव्य मंदिर। यह केवल मंदिर का निर्माण नहीं, हमारी आस्था, परंपरा और सांस्कृतिक विरासत का पुनर्जन्म है। बिहार अब अपने वैभवशाली अतीत को वर्तमान में जीवंत कर, एक नई पहचान की ओर अग्रसर है।" CM ने X पर साझा किया डिजाइन इसी बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने माता जानकी की जन्मस्थली पर बनने वाले मंदिर का डिजाइन साझा किया। उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण त्रैतीय वास्तुशिल्प शैली में किया जाएगा। इसके लिए ट्रस्ट का गठन भी कर दिया गया है, जिससे निर्माण कार्य में तेजी लाई जा सके। मुख्यमंत्री ने अपने संदेश में कहा, “हम सभी इस पावन स्थल पर भव्य मंदिर निर्माण शीघ्र पूरा कराने हेतु कृतसंकल्पित हैं।” 67 एकड़ में फैलेगा प्रोजेक्ट, यह होंगी प्रमुख सुविधाएं फिलहाल पुनौरा धाम लगभग 17 एकड़ में फैला हुआ है। परियोजना के लिए 50 एकड़ अतिरिक्त भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है। इस तरह कुल 67 एकड़ भूमि पर यह भव्य धार्मिक परिसर विकसित किया जाएगा। परियोजना में सिर्फ मुख्य मंदिर ही नहीं, बल्कि सीता वाटिका, लव-कुश वाटिका, प्रदर्शनी केंद्र, कैफेटेरिया, बच्चों का खेल क्षेत्र, पार्किंग, और अन्य धार्मिक व सांस्कृतिक संरचनाएं भी शामिल होंगी। राम मंदिर के डिजाइनर को मिली जिम्मेदारी इस मंदिर का डिज़ाइन प्रसिद्ध वास्तुकार पियूष सोमपुरा तैयार कर रहे हैं, जो अयोध्या के राम मंदिर के डिज़ाइन में भी योगदान दे चुके हैं। मंदिर में मकराना पत्थर का इस्तेमाल होगा और इसकी गर्भगृह, परिक्रमा पथ और ऊंचाई भी अत्यंत भव्य होगी। 24 महीने में पूरा होगा निर्माण परियोजना पर ₹120.58 करोड़ का बजट तय किया गया है। निर्माण कार्य की ज़िम्मेदारी महावीर मंदिर न्यास, पटना को दी गई है। सरकार ने इसे 24 महीने के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा है। यह मंदिर बिहार के धार्मिक पर्यटन को एक नई ऊंचाई देगा और मां जानकी की जन्मस्थली को वैश्विक पहचान दिलाएगा।