सुशासन तिहार: मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े का गांव-गांव दौरा, सक्रिय जनप्रतिनिधियों संग संवेदनशील सरोकारों पर सीधा संवाद
सूरजपुर 12 अप्रैल 2025।राज्य शासन की प्राथमिकता में शामिल जन-सरोकारों की पहचान और समाधान की दिशा में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलाए जा रहे सुशासन तिहार अभियान के अंतर्गत कैबिनेट मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने शनिवार को जिले के कई गांवों का दौरा कर जनसंपर्क किया। मंत्री ने जहां ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं, वहीं उनके समाधान के लिए अधिकारियों को मौके पर ही निर्देश भी जारी किए। आपकों बताते चलें कि मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े का यह जनसंपर्क दौरा केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि एक सार्थक पहल बनकर सामने आया है, जिसमें सक्रिय जनप्रतिनिधियों की भागीदारी और संवेदनशील शासन तंत्र की झलक स्पष्ट नजर आई। सुशासन तिहार के माध्यम से सरकार ने यह संदेश दिया कि अब योजनाएं केवल कागजों तक सीमित नहीं रहेंगी,वरन भौतिक धरातल पर साकार होंगी।
बिहारपुर से छत्तरपुर तक सघन जनसंवाद
मंत्री ने अपने दौरे की शुरुआत ग्राम बिहारपुर से की। यहां आयोजित चौपाल में बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं, बुजुर्ग, युवा और किसान उपस्थित रहे। मंत्री ने सबकी बातें ध्यान से सुनीं और हर शिकायत को गंभीरता से लिया। इसके बाद उन्होंने महेशपुर, हीराडबरी, द्वारिकानगर और अंत में छत्तरपुर में भी जनसंवाद कार्यक्रमों को संबोधित किया। इसके साथ ही उन्होंने हर गांव में स्थानीय समस्याओं के साथ-साथ योजनाओं के क्रियान्वयन की स्थिति का भी निरीक्षण किया गया।
सक्रिय जनप्रतिनिधि, संवेदनशील सरोकार
इस कार्यक्रम की खास बात रही कि क्षेत्रीय विधायक व कैबिनेट मंत्री सिर्फ मंच की शोभा नहीं बनी, बल्कि पूरी भागीदारी के साथ हर संवाद में उपस्थित रही। उनके साथ मौजूद जनप्रतिनिधियों ने भी स्थानीय स्तर की जनसरोकार से जुड़े आवश्यक जरूरतों को मंत्री तक पहुँचाया और समस्याओं की गंभीरता को मजबूती से सामने रखा।इस दरम्यान जनप्रतिनिधियों और मंत्री के बीच जिस प्रकार का समन्वय देखने को मिला, वह सुशासन की एक जीवंत मिसाल कही जा सकती है।
मंत्री ने मौके पर ही दिए निर्देश
मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने अधिकारियों को स्पष्ट शब्दों में कहा—
“जनता की समस्याएं तत्काल हल हों। सुशासन सिर्फ दस्तावेजों में नहीं, ज़मीनी स्तर पर दिखना चाहिए। लापरवाही या टालमटोल बर्दाश्त नहीं होगी।”
उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया किएक सप्ताह के भीतर प्राथमिक समस्याओं पर कार्य प्रारंभ हो,आगामी जनसुनवाई में प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए,जनप्रतिनिधियों के समन्वय से ही कार्ययोजना बनाई जाए
जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति और भागीदारी
जनपद अध्यक्ष स्वाति संत सिंह ने कहा— “हर पंचायत की समस्याएं अलग हैं, समाधान भी स्थानीय स्तर पर होना चाहिए।”
उपाध्यक्ष मनमत बच्चाड़, वरिष्ठ भाजपा नेता महेश्वर पैकरा, जिला पंचायत सदस्य किरण केराम, ठाकुर पैकरा, दशरथ सिंह, मोहन लाल चेरवा, संजू सिंह, धनकुमार पैकरा, सहित सरपंचों ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई।साथ ही साथ ज्ञान चंद सिंह, कमला सिंह, नीरूपा सिंह, सुरजीत सिंह, घर भरन सिंह जैसे जनप्रतिनिधि लगातार जनता के साथ संवाद में जुटे रहे।
प्रशासनिक अमला रहा पूरी तरह सक्रिय
जनपद सीईओ बिनोद सिंह, बीएमओ डॉ. अमित भगत, एबीओ गिरवर धारी यादव सहित सभी विभागीय अधिकारी मौके पर मौजूद रहे और उन्होंने कई शिकायतों का समाधान वहीं मौके पर किया।
जनता ने जताया भरोसा
कार्यक्रमों में उमड़ी भीड़ ने इस बात का संकेत दिया कि सरकार की योजनाएं जब सीधे संवाद और सक्रियता के साथ धरातल पर उतरती हैं, तो जनता का विश्वास और मजबूत होता है। ग्रामीणों ने कहा कि अगर ऐसा संवाद लगातार होता रहा, तो प्रशासन और आम जनता के बीच की दूरी खत्म हो सकती है।