अवैध संबंध में डूबी इंसानियत, 5 साल की मासूम बनी काली सच्चाई की गवाह"

अम्बिकापुर 12 अप्रैल 2025 । जिले के लुंड्रा थाना क्षेत्र से एक ऐसी हृदय विदारक घटना सामने आई है, जिसने रिश्तों की पवित्रता और मानवीय मूल्यों पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्राम बकनाकला निवासी मोहम्मद उम्मद रसूल (32 वर्ष) की हत्या उसी की पत्नी मेहरून निशा (29 वर्ष) ने अवैध संबंधों के चलते कर दी। इस हत्या की सबसे करुण पहलू यह है कि यह सब एक मासूम 5 वर्षीय बच्ची के सामने हुआ, जिसने अपनी आंखों के सामने अपने पिता की तड़पती हुई जान जाते देखी।बताया जा रहा है कि मेहरून का किसी अन्य व्यक्ति से प्रेम संबंध था, जो पति को स्वीकार नहीं था। यह बात सामने आने पर दोनों के बीच अक्सर विवाद होता था। शुक्रवार की रात, महिला ने खाना बनाकर पति को उसमें नींद की गोलियां मिलाकर खिला दीं। जैसे ही वह बेसुध हो गया, उसने अपनी ही मासूम बेटी के सामने पति के हाथ-पैर खाट से बांध दिए, सिर में पॉलीथिन पहनाया और दुपट्टे से गला घोंटकर उसका जीवन समाप्त कर दिया।हत्या के बाद वह बेटी को लेकर दूसरे घर चली गई और मासूम से कहा, “अब्बू सो रहे हैं, तुम्हें भी नींद आ रही होगी।” लेकिन उस मासूम की आंखों में जो कुछ उतर गया था, वह न तो भुला जा सका और न ही छुपाया जा सका।सुबह होते ही बच्ची ने गांव के लोगों को बताया कि उसकी अम्मी ने अब्बू के साथ क्या किया। “अम्मी ने अब्बू के हाथ-पैर बांधे, सिर में प्लास्टिक पहनाया और दुपट्टे से गला दबाया। अब्बू बहुत तड़प रहे थे…” मासूम के इन शब्दों ने गांव के हर दिल को झकझोर दिया।सूचना पर लुंड्रा पुलिस मौके पर पहुंची और महिला को गिरफ्तार कर लिया गया। परिजनों ने उसे पहले ही पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था।यह घटना केवल एक हत्या नहीं है, यह एक मासूम के बचपन को छीन लेने वाली त्रासदी है। यह उन मानवीय मूल्यों की करुण पुकार है, जो रिश्तों में विश्वास, प्रेम और सच्चाई के आधार पर टिके होते हैं। जब एक मां अपनी आंखों के सामने बेटी के बचपन को दर्द से भर दे, और अपने ही घर को श्मशान बना दे – तब सवाल केवल कानून का नहीं, समाज और संवेदनाओं का भी उठता है। बहरहाल पुलिस अब मामले की जांच कर रही है, लेकिन समाज को भी आत्ममंथन करना होगा कि रिश्तों की गरिमा को फिर से कैसे जीवित किया जाए।