सूरजपुर कोतवाली परिसर में नवनिर्मित पुलिस दूर संचार भवन का लोकार्पण,वायरलेस नेटवर्क से जिले के थानों के बीच अब होगा सशक्त और त्वरित संचार
सूरजपुर 19 अप्रैल 2025। जिले की कानून व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने तथा पुलिस प्रशासन के भीतर संचार व्यवस्था को दुरुस्त करने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए शनिवार को सूरजपुर कोतवाली परिसर में नवनिर्मित पुलिस दूर संचार भवन का विधिवत लोकार्पण किया गया।समारोह की शुरुआत वैदिक मंत्रोच्चार और पूजा-अर्चना के साथ हुई। इसके उपरांत सूरजपुर एसडीओपी अभिषेक पैकरा, मातृशक्ति की प्रतिरूप बिना सिंह एवं प्रतिभा सिंह ने संयुक्त रूप से फीता काटकर भवन का उद्घाटन किया।इस मौके पर पुलिस दूर संचार प्रभारी उप निरीक्षक दया राम विश्वकर्मा ने जानकारी दी कि जिले में बेहतर वायरलेस नेटवर्क और आपसी तालमेल के लिए नया भवन अत्यंत आवश्यक था। पुराना भवन वर्षों पुराना और जर्जर हो चुका था, जिससे तकनीकी दिक्कतें आ रही थीं। अब नए भवन में अत्याधुनिक संचार संसाधनों की स्थापना की जाएगी, जिससे जिले के सभी थाना-चौकियों के साथ त्वरित संपर्क संभव हो सकेगा।
भवन से जिले की संचार व्यवस्था होगी केंद्रीकृत
नए भवन के जरिए जिले के सभी पुलिस थानों के बीच वायरलेस के माध्यम से सीधा संवाद स्थापित होगा। पुलिस विभाग की इन्वेस्टिगेशन, पेट्रोलिंग, आकस्मिक घटनाओं, आपातकालीन स्थिति और अपराध नियंत्रण जैसे कार्यों में इस भवन से मिलने वाला नेटवर्क अहम भूमिका निभाएगा।पुलिस दूर संचार विभाग की योजना है कि आने वाले दिनों में हाई-फ्रिक्वेंसी वायरलेस सिस्टम, बेहतर एंटीना सेटअप और कंप्यूटराइज्ड कंट्रोल सिस्टम भी स्थापित किए जाएंगे, ताकि संचार व्यवस्था को डिजिटल रूप से और अधिक प्रभावशाली बनाया जा सके।
कार्यक्रम में जुटा पूरा पुलिस स्टाफ
इस अवसर पर बड़ी संख्या में पुलिस स्टाफ मौजूद रहा, जिसमें सहायक उप निरीक्षक महेंद्र कुमार साहू, प्रधान आरक्षक ओम नारायण राय, आरक्षक रवि रंजन शर्मा, संतोष यादव, पंकज रविदास, अश्विनी कुमार मरकाम, जानेश्वर प्रसाद मंडावी, रूपेश्वर सिंह, राणा प्रताप सिंह, अवधेश साहू, शेष्मन साहू, महेश साहू, हीरालाल साहू, संजय साहू एवं अन्य स्टाफ की सक्रिय उपस्थिति रही। सभी ने भवन निरीक्षण कर व्यवस्था की सराहना की।
एसडीओपी ने की सराहना
एसडीओपी अभिषेक पैकरा ने भवन निर्माण की प्रशंसा करते हुए कहा कि तकनीकी संसाधनों की मजबूती आज के समय में पुलिस के लिए सबसे बड़ा हथियार है। नए भवन से न केवल संवाद व्यवस्था मजबूत होगी, बल्कि ऑपरेशन में तेजी और अपराध नियंत्रण में सफलता मिलेगी। वहीं दूसरी तरफ बिना सिंह और प्रतिभा सिंह ने इस मौके पर कहा कि महिलाओं की सुरक्षा और अपराध नियंत्रण की दिशा में यह भवन मील का पत्थर साबित होगा।
जानिए क्या है पुलिस दूर संचार विभाग की भूमिका....
जिले भर के थानों को जोड़ता है नेटवर्क से:
पुलिस दूर संचार विभाग का कार्य मुख्य रूप से जिले के सभी थानों और पुलिस चौकियों को एक सशक्त वायरलेस नेटवर्क से जोड़ना होता है, जिससे आपातकालीन स्थिति में त्वरित सूचना का आदान-प्रदान किया जा सके।
ऑपरेशन और गश्त में मदद:
किसी भी बड़ी घटना, ऑपरेशन, वीआईपी मूवमेंट या कानून-व्यवस्था की स्थिति में वायरलेस संचार की भूमिका अहम होती है। इससे हर स्तर पर तेजी से निर्देश पहुंचाए जा सकते हैं।
तकनीकी निगरानी और नियंत्रण:
विभाग द्वारा संचार के लिए आधुनिक उपकरणों, ट्रांसमीटर, रिसीवर और एंटीना का उपयोग कर रियल-टाइम मॉनिटरिंग की जाती है। इससे फील्ड में काम कर रही टीमें सीधे कंट्रोल रूम से जुड़ी रहती हैं।
डिजिटल तकनीक की ओर बढ़ते कदम:
वर्तमान में विभाग को डिजिटल वायरलेस सिस्टम, कंप्यूटर आधारित कंट्रोल यूनिट और सॉफ्टवेयर आधारित संवाद प्रणाली से जोड़ा जा रहा है, जिससे संचालन और भी प्रभावी हो सके।