गोखनई नदी हादसा: युवक कांग्रेस अध्यक्ष ने सौंपा ज्ञापन, अवैध रेत उत्खनन को बताया हादसे का जिम्मेदार, दी घेराव की चेतावनी

गोखनई नदी हादसा: युवक कांग्रेस अध्यक्ष ने सौंपा ज्ञापन, अवैध रेत उत्खनन को बताया हादसे का जिम्मेदार, दी घेराव की चेतावनी
गोखनई नदी हादसा: युवक कांग्रेस अध्यक्ष ने सौंपा ज्ञापन, अवैध रेत उत्खनन को बताया हादसे का जिम्मेदार, दी घेराव की चेतावनी

सूरजपुर 12 अप्रैल 2025 । कुदरगढ़ धाम दर्शन को निकले अंबिकापुर निवासी युवक की गोखनई नदी में डूबने से हुई मौत के बाद मामला अब सियासी रंग लेने लगा है। युवक कांग्रेस जिलाध्यक्ष एवं जिला पंचायत सदस्य नरेंद्र यादव ने शनिवार को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर घटना की उच्च स्तरीय जांच और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की।

नरेंद्र यादव ने कहा कि बीते दिनों अंबिकापुर के निवासी रोहित जायसवाल की मौत गोखनई नदी में डूबने से हो गई थी। उन्होंने दावा किया कि यह सामान्य हादसा नहीं, बल्कि लापरवाही और अवैध रेत उत्खनन का परिणाम है। यादव ने आरोप लगाया कि नदी के भीतर पुलिया के पास ठेकेदारों द्वारा बड़े पैमाने पर अवैध उत्खनन किया जा रहा है, जिससे नदी की सतह पर खतरनाक गड्ढे बन गए हैं।

गड्ढों में फंसा युवक, मौके पर नहीं थी सुरक्षा व्यवस्था

ज्ञापन में कहा गया है कि जिस स्थान पर हादसा हुआ, वहां किसी तरह की चेतावनी, बैरिकेडिंग या सुरक्षात्मक संकेत मौजूद नहीं थे। नदी के गहरे हिस्से की जानकारी न होने से युवक सीधे गड्ढे में गिर गया और डूबने से उसकी मौत हो गई।

जांच समिति की मांग, 15 दिन का अल्टीमेटम

युवक कांग्रेस अध्यक्ष ने कलेक्टर से विशेष जांच समिति गठित कर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। साथ ही उन्होंने ठेकेदारों, जिम्मेदार अधिकारियों और रेत माफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए प्रशासन को सख्त कदम उठाने होंगे।

प्रशासनिक चुप्पी पर जताई नाराज़गी, दी आंदोलन की चेतावनी

नरेंद्र यादव ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन आगामी 15 दिनों के भीतर इस मामले में ठोस कार्रवाई नहीं करता, तो युवक कांग्रेस कार्यकर्ता संबंधित विभागीय अधिकारियों के कार्यालयों का घेराव करेंगे। उन्होंने कहा कि आम जनता की जान की कीमत है और सरकार व प्रशासन को अपनी जिम्मेदारियों से भागने नहीं दिया जाएगा।

स्थानीय लोगों में भी आक्रोश

घटना के बाद से ही क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल है। स्थानीय ग्रामीणों ने भी अवैध रेत खनन को लेकर कई बार शिकायत की है, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। ग्रामीणों ने बताया कि नदी का प्राकृतिक बहाव बदल चुका है और गहराई का अंदाज़ा लगाना मुश्किल हो गया है।