ई-समंस तामिली को लेकर पुलिस कर्मियों की कार्यशाला, एसएसपी ने दिए शत-प्रतिशत तामिली के निर्देश....
अम्बिकापुर, 29 जुलाई 2025। सरगुजा जिले में न्यायिक प्रक्रिया को डिजिटल बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आईपीएस श्री राजेश कुमार अग्रवाल सरगुजा के मार्गदर्शन में पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभाकक्ष में ई-समंस तामिली को लेकर एक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में जिले के सभी थाना और चौकी के समंस-वारंट मददगार आरक्षकों ने हिस्सा लिया, जिन्हें ई-समंस एप्लिकेशन के उपयोग और तामिली प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी गई। बहरहाल यह पहल सरगुजा पुलिस की डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो भविष्य में और प्रभावी परिणाम देगी।
आनलाइन तामिली: समयबद्धता और पारदर्शिता का नया दौर
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आईपीएस श्री राजेश कुमार अग्रवाल ने कार्यशाला में उपस्थित कर्मचारियों को ई-समंस की समयबद्ध और शत-प्रतिशत तामिली सुनिश्चित करने के लिए कड़े निर्देश दिए। अब समंस और वारंट सीधे कोर्ट से ऑनलाइन पुलिस थानों तक पहुंच रहे हैं। संबंधित कर्मचारी प्रिंटआउट लेकर मौके पर समंस तामील कर, ई-समंस एप के माध्यम से तुरंत फोटो अपलोड करते हैं, जिससे कोर्ट के CIS पोर्टल पर तामिली की स्थिति तत्काल अपडेट हो जाती है। इस प्रक्रिया ने पारदर्शिता और गति को बढ़ावा दिया है।
ई-समंस एप: डिजिटल क्रांति का हिस्सा
कार्यशाला में बताया गया कि भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम को पूरी तरह डिजिटल करने के लिए ई-समंस एप्लिकेशन विकसित किया गया है। यह एप ऑफलाइन तामिली की प्रक्रिया को इलेक्ट्रॉनिक रूप में बदल रहा है। एसएसपी ने कर्मचारियों को इस एप के संचालन की बारीकियां समझाईं और इसके उपयोग में आने वाली समस्याओं का त्वरित समाधान करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि समस्त पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की सामूहिक जिम्मेदारी है कि वे इस प्रणाली का कड़ाई से पालन करें।
समन्वय और प्रशिक्षण पर जोर
एसएसपी ने समंस-वारंट मददगार, CCTNS ऑपरेटरों और कोर्ट मोहर्रिर आरक्षकों को आपस में समन्वय बनाकर कार्य करने की सलाह दी। कार्यशाला में उपस्थित अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलक सिंह ढिल्लों और सहायक उप निरीक्षक (रीडर) अमित पाण्डेय ने भी कर्मचारियों का मार्गदर्शन किया।
डिजिटल न्याय प्रणाली की दिशा में कदम
यह कार्यशाला सरगुजा पुलिस की उस प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जो न केवल कानून-व्यवस्था को बनाए रखने, बल्कि डिजिटल तकनीक के माध्यम से न्यायिक प्रक्रियाओं को और सुदृढ़ करने की दिशा में है। ई-समंस तामिली की यह पहल न केवल समय की बचत कर रही है, बल्कि कोर्ट और पुलिस के बीच बेहतर तालमेल भी स्थापित कर रही है। बहरहाल कार्यशाला में जिले के सभी थाना-चौकी के समंस-वारंट मददगार आरक्षकों के साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमोलक सिंह ढिल्लों, सहायक उप निरीक्षक अमित पाण्डेय सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।