एनएचएम कर्मियों की दीपावली पर अंधेरा, वेतन-वृद्धि ठप, 25 की बहाली लटकी

एनएचएम कर्मियों की दीपावली पर अंधेरा, वेतन-वृद्धि ठप, 25 की बहाली लटकी

सूरजपुर।राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के 16,000 से अधिक कर्मचारी इस दीपावली मायूसी और आर्थिक तंगी में डूबे हैं। स्वास्थ्य मंत्री और मुख्यमंत्री के आश्वासनों के बावजूद न तो वेतन मिला, न 5% वेतनवृद्धि, और न ही बर्खास्त 25 कर्मचारियों की बहाली हुई। उपस्वास्थ्य केंद्रों से लेकर मेडिकल कॉलेजों तक सेवाएँ देने वाले ये कर्मचारी बिना वेतन के त्योहार मनाने को मजबूर हैं।10 सूत्रीय माँगों को लेकर जेल भरो, जल सत्याग्रह और चुनरी यात्रा जैसे शांतिपूर्ण आंदोलनों के बाद भी सरकार ने केवल आश्वासन दिए। 16 अक्टूबर को शासन ने 18 अक्टूबर तक वेतन भुगतान के निर्देश दिए थे, लेकिन कर्मचारियों के खाते अब तक खाली हैं। कर्मचारी बताते हैं कि अल्प वेतन में परिवार चलाना मुश्किल है, और इस बार दीपावली की खरीदारी, मिठाई या बच्चों के कपड़े तक नहीं ले पाए।स्वीकृत 5% वेतनवृद्धि भी “बजट की कमी” के बहाने अटकी है। हड़ताल के दौरान बर्खास्त 25 कर्मचारियों की बहाली का मुद्दा भी अनसुलझा है, जिससे असंतोष बढ़ रहा है। छत्तीसगढ़ एनएचएम कर्मचारी संघ के अध्यक्ष डॉ. अमित मिरी और प्रवक्ता पुरन दास ने सरकार से तत्काल वेतन भुगतान, वेतनवृद्धि और बहाली की माँग की है। जिलाध्यक्ष बृजलाल पटेल ने कहा, इतिहास में पहली बार बिना वेतन और वृद्धि के दीपावली मनानी पड़ रही है। 20-22 महीनों से वेतन समय पर नहीं मिला, हर बार बजट की कमी का बहाना बनता है।