"गाँव की धड़कनों को सुनने पहुँचीं कैबिनेट मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े
"गाँव चलो अभियान में जन-जन से जुड़ाव, समस्याओं का समाधान और विकास की नई राहें"
सूरजपुर, 19 अप्रैल 2025।विकास केवल योजनाओं का आँकड़ा नहीं, बल्कि लोगों की जिंदगी में बदलाव का नाम है — इसी सोच के साथ छत्तीसगढ़ की महिला एवं बाल विकास मंत्री और ओड़गी क्षेत्र की विधायक श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े "गाँव चलो अभियान" के तहत शनिवार को सुदूरवर्ती और उपेक्षित ग्रामों में पहुँचीं।धूलभरे रास्तों, तपती दोपहर और जंगलों के बीच बसे गाँवों तक पहुँचीं मंत्री जब बुज़ुर्गों के हाथ थामतीं, बच्चों के सिर पर हाथ फेरतीं और महिलाओं की व्यथा सुनतीं, तो मानो शासन नहीं, एक संवेदनशील माँ, बहन या बेटी उनके बीच खड़ी थी।
हर चेहरे पर उम्मीद की एक नई किरण
बांक, बड़वार, कैलाशनगर, पालकेवरा, घुईडीह, बनगवा और छतरंग जैसे गाँवों में जब मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े पहुँचीं, तो हर ग्रामीण की आँखों में एक ही सवाल था — "क्या हमारी भी कोई सुनेगा?"
और मंत्री ने उसी संवेदना के साथ कहा – "मैं यहाँ आपके बीच एक सेवक बनकर आई हूँ, केवल घोषणा करने नहीं, आपकी पीड़ा को समझने और हल करने। बहरहाल कैबिनेट मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े का यह दौरा सिर्फ एक प्रशासनिक यात्रा नहीं था – यह एक प्रयास था, ज़मीनी हकीकत से जुड़ने का, उपेक्षित गाँवों की आवाज़ बनने का और शासन को मानवीय संवेदनाओं से भरने का।उनके कदमों के साथ गाँवों में उम्मीद की एक नई सुबह दस्तक दे रही है।
“आवास प्लस टू” योजना में कोई गरीब छूटे नहीं
ग्रामीणों ने बताया कि कई पात्र लोग अब तक "आवास प्लस टू" योजना में वंचित हैं। इस पर मंत्री भावुक होते हुए बोलीं –
"गरीब का सपना होता है – एक छत, जहाँ उसका परिवार सुकून से रह सके। एक भी पात्र व्यक्ति इस योजना से वंचित नहीं रहना चाहिए।"
शब्दों से नहीं, सेवा से जुड़ेगा शासन
उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि केवल कागज थमा देने से योजनाओं का लाभ नहीं मिलेगा। अनपढ़ ग्रामीणों के लिए ज़रूरी है कि अधिकारी और जनप्रतिनिधि खुद उनके घर जाएँ, योजनाओं को समझाएँ, ताकि वे सच्चे हकदार बन सकें।
जनसंवेदना से जुड़े निर्णय और घोषणाएँ
ग्राम पंचायत बांक में ग्रामीणों की वर्षों पुरानी मांग पर 21 लाख रुपये की लागत से सीसी रोड व अन्य कार्यों की स्वीकृति दी गई। छतरंग में कन्या छात्रावास की मांग पर उन्होंने तुरंत कार्रवाई का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा, "बेटियों को शिक्षा का अवसर देना सबसे बड़ा पुण्य है।"बिजली, सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा से जुड़ी समस्याओं को भी गंभीरता से लेते हुए उन्होंने मौके पर ही संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्यों में देरी न हो।
लापरवाह अफसरों को फटकार और चेतावनी
मानवता की सेवा में बाधा बन रहे अफसरों पर मंत्री ने सख्ती दिखाई। उन्होंने कहा,
"जो संवेदनहीन होकर जनता की समस्याओं से मुँह मोड़ते हैं, वे इस व्यवस्था में नहीं रह सकते। प्रशासन जनता के लिए है, न कि जनता प्रशासन के लिए।"
सामूहिक सहभागिता का उदाहरण
इस कार्यक्रम में जनपद उपाध्यक्ष प्रतिनिधि श्री राजेश तिवारी, जनपद सदस्य श्रीमती गौरी सिंह, बलराम सोनी, सरपंच सोनमती पंडो, जनपद सीईओ निपेंद्र सिंह, तहसीलदार सुरेश राय सहित अनेक अधिकारी, भाजपा पदाधिकारी और सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।