जल संरक्षण की गूंज और सरगुजिहा में संवाद: नगर निगम अंबिकापुर की पहली सामान्य सभा में दिखी एकजुटता
अंबिकापुर।नगर निगम अंबिकापुर की पहली सामान्य सभा की बैठक सोमवार को सरगुजा सदन, कंपनी बाजार में महापौर मंजूषा भगत की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इस ऐतिहासिक बैठक में जल संरक्षण, शहर के विकास और सामाजिक एकजुटता के मुद्दों पर गहन चर्चा हुई। महापौर के साथ नेता प्रतिपक्ष शफी अहमद और सभी पार्षदों ने “कैच द रेन” अभियान के तहत जल को अनमोल संपदा मानते हुए इसके संरक्षण और विवेकपूर्ण उपयोग की शपथ ली। पार्षदों ने न केवल स्वयं जल संरक्षण का संकल्प लिया, बल्कि अपने परिवार, मित्रों और पड़ोसियों को भी इसके प्रति जागरूक करने का वचन दिया।शहीदों को श्रद्धांजलि के साथ शुरुआत
बैठक की शुरुआत पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) में हुए आतंकी हमले में शहीद जवानों को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ हुई। इसके बाद जल संरक्षण पर चर्चा शुरू हुई, जिसमें महापौर मंजूषा भगत ने सभी जनप्रतिनिधियों से इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “जल हमारी धरोहर है, इसे बचाना हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है।
विपक्ष का विरोध और सुलह
बैठक के दौरान विपक्षी पार्षद काली पट्टी बांधकर पहुंचे और महापौर के कथित विवादित बयान पर विरोध जताया। नेता प्रतिपक्ष शफी अहमद ने आरोप लगाया कि महापौर ने निगम को गंगा जल से धोने और पहली हिंदू महापौर बनने के संदर्भ में आपत्तिजनक बयान दिया था। इस पर महापौर मंजूषा भगत ने तुरंत स्पष्टीकरण देते हुए कहा, “मेरा कोई बयान किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला नहीं था। मेरा उद्देश्य केवल शहर के विकास और स्वच्छता को बढ़ावा देना है।” उनके इस स्पष्टीकरण से संतुष्ट होकर विपक्ष ने विरोध समाप्त किया और काली पट्टियाँ हटा दीं। इस घटनाक्रम ने सभा में एकजुटता और संवेदनशीलता की मिसाल पेश की।
सांसद चिंतामणि महाराज का सरगुजिहा संवाद
सभा में पहली बार शामिल हुए सांसद चिंतामणि महाराज ने अपनी स्थानीय बोली सरगुजिहा में संवाद शुरू कर सभी का दिल जीत लिया। जब कुछ पार्षद और अधिकारी हिंदी में जवाब देने लगे, तो सांसद ने हल्के-फुल्के अंदाज में उन्हें टोकते हुए सरगुजिहा में बोलने को कहा। इस अनूठे संवाद ने सभा में उत्साह का माहौल बना दिया। सांसद ने शहर के विकास के लिए हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) से गुजरने वाली सड़कों की स्थिति सुधारने के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री से चर्चा करने की बात कही।पार्षदों ने सांसद के समक्ष शहर में पेयजल की कमी और बिजली आपूर्ति में अनियमितता की समस्याएँ भी उठाईं। सांसद ने इन मुद्दों पर गंभीरता दिखाते हुए जल्द से जल्द समाधान का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा, “मैं अंबिकापुर के विकास के लिए दिन-रात काम करूंगा। जो भी काम बन पड़ेगा, उसे प्राथमिकता से पूरा कराया जाएगा।
विकास कार्यों पर प्रतिबद्धता
सभा में शहर के विभिन्न विकास कार्यों पर भी चर्चा हुई। महापौर ने पार्षदों से अपने-अपने वार्डों में जल संरक्षण, स्वच्छता और बुनियादी सुविधाओं के विकास के लिए प्रस्ताव लाने को कहा। साथ ही, निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे पार्षदों के सुझावों को गंभीरता से लागू करें।
एकजुटता और संवेदनशीलता का संदेश
नगर निगम की इस पहली सामान्य सभा ने न केवल विकास के प्रति संकल्प को दोहराया, बल्कि सामाजिक एकजुटता और संवेदनशीलता का भी उदाहरण पेश किया। विपक्ष के विरोध से लेकर उसके समाधान और सांसद के स्थानीय बोली में संवाद ने इस बैठक को यादगार बना दिया। शहरवासियों को अब उम्मीद है कि इस सभा के निर्णय और सांसद के आश्वासनों से अंबिकापुर के विकास को नई गति मिलेगी।