पारिवारिक विवाद ने ली दो जानें – पुलिस की त्वरित कार्रवाई में दोनों हत्यारे गिरफ्तार
अम्बिकापुर 2 मई 2025। जिले में दो अलग-अलग हत्याकांडों ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है, जहां पारिवारिक विवादों ने दो बेटों और दो पिताओं के जीवन को तबाह कर दिया। दोनों मामलों में सरगुजा पुलिस की त्वरित और सख्त कार्रवाई ने अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया, जिससे क्षेत्र में पुलिस की सक्रियता और अपराध नियंत्रण की रणनीति की सराहना हो रही है। आपकों बताते चलें कि जिले में अपराध और अपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी नियंत्रण के लिए पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) आईपीएस राजेश अग्रवाल ने कड़े निर्देश जारी किए हैं। उनके नेतृत्व में सरगुजा पुलिस एक्टिव मोड में आ गई है, जिसका ताजा उदाहरण सीतापुर व लुंड्रा थाना क्षेत्र में अलग-अलग सनसनीखेज हत्याकांड के आरोपीयों की त्वरित गिरफ्तारी है। इस कार्रवाई ने क्षेत्र में अपराधियों के बीच दहशत पैदा कर दी है।
सीतापुर में पिता ने बेटे की ली जान, पुलिस ने किया त्वरित खुलासा
सीतापुर थाना क्षेत्र के बखरीपारा सूर गांव में 23 अप्रैल की रात एक शादी समारोह से लौटे बेटे शिवनारायण पैकरा (उम्र 30) का अपने माता-पिता से झगड़ा हुआ। झगड़े के दौरान आवेश में आए पिता राजेंद्र पैकरा (60 वर्ष) ने लुंगी से गला घोंटकर बेटे की हत्या कर दी और शव को खाट पर लिटा दिया। अगले दिन मामले का खुलासा हुआ और सीतापुर पुलिस ने मर्ग जांच शुरू की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला दबाने से मौत की पुष्टि होने पर पिता से की गई पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त लुंगी और मारपीट में इस्तेमाल डाईराड बरामद कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।इस कार्रवाई में थाना प्रभारी प्रदीप जायसवाल, उप निरीक्षक राजेंद्र सिंह सहित पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका रही।
लुन्ड्रा में बेटे ने पिता की हत्या , लंबे समय से फरार आरोपी गिरफ्तार
वहीं दूसरी ओर थाना लुन्ड्रा क्षेत्र के ग्राम जामडीह में 7 फरवरी को अशोक चौहान (29 वर्ष) ने वेल्डिंग मशीन तोड़ने की बात को लेकर अपने पिता हरिहर साय चौहान की डंडे, लोहे के पाइप और टांगी से पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। घटना के बाद आरोपी फरार हो गया था। पुलिस द्वारा लगातार प्रयासों और मुखबिर की सूचना पर आरोपी को उसके सकुनत से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में उसने जुर्म कबूल करते हुए हत्या में प्रयुक्त औजारों को घटनास्थल पर छोड़ने की बात कही, जिन्हें पुलिस पहले ही जब्त कर चुकी थी।इस पूरे अभियान में लुन्ड्रा थाना की टीम – सहायक उप निरीक्षक शिवचरण साहू और उनकी टीम – ने सक्रियता दिखाई।
पुलिस की रणनीति और सामुदायिक सहयोग:
दोनों ही मामलों में सरगुजा पुलिस की सक्रियता ने स्पष्ट कर दिया है कि जिले में अपराध बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।एसएसपी आईपीएस श्री राजेश अग्रवाल के नेतृत्व में सरगुजा पुलिस न केवल अपराधियों की धरपकड़ में सक्रिय है, बल्कि अपराध रोकथाम के लिए सामुदायिक जागरूकता और गश्त को भी बढ़ावा दे रही है। पुलिस ने क्षेत्र में रात्रि गश्त, संदिग्धों की जांच और सूचना तंत्र को मजबूत किया है। इसके साथ ही, आम जनता से सहयोग की अपील की गई है ताकि अपराध की सूचना तुरंत पुलिस तक पहुंच सके। कुलमिलाकर सरगुजा पुलिस की यह मुहिम न सिर्फ अपराध रोकने में सफल हो रही है, बल्कि समाज में न्याय और सुरक्षा की भावना भी मजबूत कर रही है।