बीते अक्टूबर माह में पैदल चलकर ग्राम घटोन तक पहुंचे थे कलेक्टर, सुगम आवागमन के लिए तैयार है सड़क, स्वयं बाइक चलाकर लिया जायजा
जमीन में बैठकर लगाई जनचौपाल, सुनीं ग्रामीणों की मांग एवं समस्याएं,हेल्थ चेकअप कैंप एवं बोर खनन करने के दिए निर्देश...
अम्बिकापुर, 22 अप्रैल 2025।कलेक्टर श्री विलास भोसकर की संवेदनशील प्रशासनिक कार्यशैली और जमीनी स्तर पर काम करने की प्रतिबद्धता का एक और उदाहरण मंगलवार को देखने को मिला, जब वे स्वयं मोटरसाइकिल चलाकर सरगुजा जिले के लखनपुर विकासखंड अंतर्गत दुर्गम ग्राम घटोन पहुंचे। यह वही गांव है जहां छह माह पूर्व अक्टूबर में वे पैदल चलकर पहुंचे थे, जब गांव तक पहुंचने का कोई पक्का रास्ता नहीं था। कंधे पर फाइल और आंखों में संकल्प लेकर पहुंचे कलेक्टर ने तब ग्रामीणों से वादा किया था – अगली बार गांव तक गाड़ी आएगी। और आज वह वादा हकीकत में बदल चुका है। बहरहाल घटोन ग्राम का यह दौरा न सिर्फ प्रशासनिक जिम्मेदारी का निर्वहन था, बल्कि यह भरोसे का संदेश भी था – जब अधिकारी खुद पैदल चलकर गांव पहुंचे थे, तब उम्मीद जगी थी; और जब बाइक से लौटे, तो विकास की रफ्तार दिखी।
सड़क बनी, विकास का रास्ता खुला
घटोन जैसे दूरस्थ पहाड़ी गांव में आवागमन की सुविधा ना होना वर्षों से ग्रामीणों की सबसे बड़ी समस्या रही थी। कलेक्टर श्री भोसकर के दौरे और पहल के बाद जिला प्रशासन ने तेज गति से कार्य करते हुए यहां सड़क निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी। लगभग छह महीने के भीतर ग्रामीणों के लिए सड़क तैयार कर दी गई है, जो अब चारपहिया वाहनों के अनुकूल है। मंगलवार को इसी सड़क से बाइक पर सवार होकर जब कलेक्टर गांव पहुंचे, तो ग्रामीणों के चेहरे पर प्रसन्नता झलक रही थी।
जनचौपाल में जमीन पर बैठकर सुनीं समस्याएं
गांव पहुंचकर कलेक्टर ने दिखावटी मंच के बजाय जमीन पर बैठकर ग्रामीणों के बीच जनचौपाल लगाई। यह दृश्य प्रशासन और जनता के बीच की दूरी को खत्म करने का प्रतीक बन गया। राशन वितरण में पारदर्शिता, पेयजल संकट, पीएम आवास योजना में लंबित प्रकरण, वृद्धावस्था पेंशन, बिजली खंभे, बालवाड़ी, आंगनबाड़ी में टाइल्स, हाथी प्रभावित क्षेत्र में लाइट की मांग आदि को लेकर ग्रामीणों ने अपनी बात रखी।
मौके से ही दिए गए तत्काल निर्देश
कलेक्टर ने हर समस्या को गंभीरता से लेते हुए तत्काल विभागीय अधिकारियों से मोबाइल पर संपर्क कर जरूरी निर्देश दिए। स्वास्थ्य सेवाओं के लिए सीएमएचओ को गांव में प्रत्येक पखवाड़े में हेल्थ चेकअप कैंप लगाने के निर्देश दिए। साथ ही पशुपालन विभाग को नियमित पशु टीकाकरण सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने पीएचई विभाग को स्थल चयन कर शीघ्र बोर खनन कराने को भी कहा, जिससे गांव में पीने के पानी की समस्या का समाधान हो सके।
महिलाओं को जोड़ा आजीविका मिशन से
कलेक्टर ने महिलाओं से विशेष बातचीत करते हुए उन्हें बकरी पालन, पशु सखी, मुर्गी पालन जैसे आयमूलक कार्यों से जोड़ने की बात कही। उन्होंने महिलाओं को SHG (स्व-सहायता समूह) के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया और उन्हें हरसंभव सहयोग देने का आश्वासन दिया।
ग्रामीणों ने जताया आभार
गांव की बुजुर्ग महिला श्रीमती सनियारो तिर्की ने भावुक होते हुए कहा – "पहले हम पगडंडी के सहारे पंचायत तक जाते थे, अब सड़क बन गई है, गाड़ी आ रही है। कलेक्टर साहब का धन्यवाद, जिन्होंने हम गरीबों की सुनी। अब मेरा मकान भी मंजूर हो गया है, पक्के घर का सपना अब पूरा होगा।"
अधिकारियों की रही उपस्थिति
इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ श्री विनय कुमार अग्रवाल, एसडीएम श्री बन सिंह नेताम, महिला एवं बाल विकास जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री अतुल परिहार, जनपद पंचायत सीईओ श्री वेद प्रकाश पांडेय सहित अन्य विभागीय अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।