सूरजपुर में “धड़कन” ने दी बच्चों के दिल की धड़कन को नई उम्मीद
एसईसीएल और श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल के संयुक्त प्रयास से बाल हृदय परीक्षण शिविर, 40 बच्चों में जन्मजात हृदय रोग का पता, 71 कुपोषित बच्चों का भी हुआ स्वास्थ्य परीक्षण
सूरजपुर, 29 अप्रैल 2025। जिला कलेक्टर श्री एस. जयवर्धन के मार्गदर्शन में सूरजपुर ने आज एक अनूठी मिसाल पेश की, जहां एसईसीएल के प्रोजेक्ट “धड़कन” और श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल, नवा रायपुर के सहयोग से आयोजित बाल हृदय परीक्षण शिविर ने सैकड़ों परिवारों के चेहरों पर उम्मीद की मुस्कान बिखेरी। इस शिविर में 155 से अधिक परिवारों ने हिस्सा लिया, जिसमें 40 बच्चों में जन्मजात हृदय रोग का पता चला। साथ ही, बाल संदर्भ कार्यक्रम के तहत 71 गंभीर कुपोषित बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया।यह शिविर न केवल एक चिकित्सा आयोजन था, बल्कि सामाजिक सरोकार और मानवीय संवेदना का जीवंत प्रतीक भी बन गया, जो सूरजपुर के बच्चों के बेहतर भविष्य की नींव रख रहा है।
कलेक्टर की पहल, बच्चों के लिए नई राह
कलेक्टर श्री जयवर्धन ने शिविर का अवलोकन करते हुए स्वास्थ्य विभाग, एसईसीएल और श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल की टीम को अधिक से अधिक बच्चों तक इस सुविधा को पहुंचाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा, “हर बच्चे का स्वस्थ जीवन हमारी प्राथमिकता है। इस तरह के शिविर दूर-दराज के गरीब परिवारों के लिए वरदान साबित हो रहे हैं।”
शिविर में दिखी मानवीय संवेदना
शिविर में श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल के पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. अनिल चौहान और जिला अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टरों ने बच्चों की गहन जांच की। 84 बच्चों का इकोकार्डियोग्राफी किया गया, जिनमें सांस लेने में तकलीफ, जल्दी थकान और वजन न बढ़ने जैसे लक्षण दिखे। जांच में 40 बच्चों में जन्मजात हृदय रोग की पुष्टि हुई, जिनके माता-पिता को उचित इलाज के लिए परामर्श दिया गया। खास बात यह है कि इन बच्चों का इलाज श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में जिला प्रशासन और एसईसीएल के सहयोग से पूरी तरह निःशुल्क होगा।
कुपोषण के खिलाफ भी जंग
शिविर में बाल संदर्भ कार्यक्रम के तहत 71 गंभीर कुपोषित बच्चों की भी जांच की गई। जिला अस्पताल के शिशु रोग विशेषज्ञों ने इन बच्चों के स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिए आवश्यक सलाह और उपचार की व्यवस्था की।
गरीब परिवारों की जुबान पर सिर्फ आभार
शिविर में शामिल ग्राम उमेशपुर की ज्योति ठाकुर अपने 13 वर्षीय बेटे आदित्य के साथ पहुंची थीं। उन्होंने कहा, “रायपुर जैसे बड़े अस्पताल तक पहुंचना हमारे लिए मुश्किल था। इस शिविर ने हमें घर के पास ही इतनी बड़ी सुविधा दी। जिला प्रशासन और एसईसीएल का धन्यवाद।” ग्राम सोनपुर की संतोषी सिंह, सूरजपुर की सोनिया देवांगन और चंद्रपुर की चंद्रपति देवांगन ने भी इस पहल की सराहना करते हुए इसे गरीब परिवारों के लिए वरदान बताया।
आगे भी जारी रहेगी मुहिम
जिला प्रशासन ने इस पहल को और विस्तार देने का संकल्प लिया है। इस नेक मुहिम को गति देने के लिए 30 अप्रैल को भैयाथान के मंगल भवन में अगला बाल हृदय परीक्षण शिविर आयोजित किया जाएगा। जिला प्रशासन ने सभी परिवारों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को इस शिविर में लाकर इसका लाभ उठाएं।
टीम वर्क का शानदार उदाहरण
शिविर में सिविल सर्जन डॉ. अजय मरकाम, डॉ. आर.एस. सिंह, डॉ. राजेश पैकरा, डॉ. प्रियंक पटेल, डीपीएम डॉ. प्रिंस जयसवाल, डॉ. निखिल शुक्ला, अस्पताल सलाहकार श्री निलेश गुप्ता, श्रीमती शुभम श्रीवास्तव, बायोमेडिकल इंजीनियर रवि साहू, चिरायु टीम और महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम ने अहम भूमिका निभाई।