ग्रामीण विकास की बैठक: कलेक्टर ने PMAY में लापरवाही पर दी सख्त कार्रवाई की चेतावनी

ग्रामीण विकास की बैठक: कलेक्टर ने PMAY में लापरवाही पर दी सख्त कार्रवाई की चेतावनी

मनरेगा से NRLM तक की योजनाओं पर कड़ी नजर, स्वच्छता और स्वास्थ्य पर विशेष फोकस; लखपति दीदी को मिलेगा नया बूस्ट

सूरजपुर। ग्रामीण इलाकों में विकास की रफ्तार तेज करने के लिए कलेक्टर एस. जयवर्धन ने  सख्त तेवर अपनाते हुए अधिकारियों को फटकार लगाई। जिला पंचायत सभाकक्ष में हुई मासिक समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) से लेकर मनरेगा और स्वच्छ भारत मिशन तक की प्रगति पर बारीकी से चर्चा हुई। कलेक्टर ने PMAY में 100% हितग्राहियों का पंजीयन और निर्माण कार्य समय पर पूरा करने के निर्देश दिए, साथ ही लापरवाही बरतने वालों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी। उन्होंने आवास मित्रों को पूरी सक्रियता से काम करने को कहा और सभी जनपद सीईओ से अपेक्षित प्रगति न होने पर तुरंत लक्ष्य हासिल करने का आदेश दिया। जियो टैगिंग भी शीघ्र पूरी करने पर जोर दिया गया।बैठक में मनरेगा के तहत स्वीकृत और चल रहे निर्माण कार्यों की समीक्षा की गई, जहां कलेक्टर ने आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) पर विशेष फोकस रहा- गड्ढों की भराई, कूड़ा निपटान, डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन शेड और शौचालय निर्माण को प्राथमिकता देने के आदेश दिए गए। लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक बनाने के लिए विशेष अभियान चलाने पर बल दिया।राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) की चर्चा में 'लखपति दीदी' योजना को विस्तार देने का प्लान तैयार किया गया। महिला समूहों को उद्यमिता से जोड़कर उनकी आय बढ़ाने, ब्रांडिंग और प्रोडक्ट निर्माण से सशक्त बनाने की रणनीति पर जोर दिया। इसके अलावा जीवन ज्योति बीमा, अटल पेंशन, मुद्रा योजना और आयुष्मान भारत जैसी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं की प्रगति की समीक्षा हुई। कलेक्टर ने मुद्रा योजना से ज्यादा से ज्यादा लोगों को व्यवसाय से जोड़ने के निर्देश दिए। जल जीवन मिशन, कृषि, ग्रामीण सड़क और स्वास्थ्य सेवाओं पर भी बात हुई, जहां मौसमी बीमारियों को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं को चुस्त-दुरुस्त रखने का आदेश दिया गया।स्वच्छता सर्वेक्षण, ओडीएफ वेरिफिकेशन, सार्वजनिक स्थानों की सफाई, नालियों की निकासी और शासकीय भवनों-हैंडपंप के आसपास साफ-सफाई पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया। जिला पंचायत सीईओ विजेंद्र सिंह पाटले की उपस्थिति में हुई इस बैठक में सभी जनपद सीईओ, अभियंता और अन्य कर्मचारी मौजूद रहे। कलेक्टर ने साफ कहा कि ग्रामीण विकास में कोई कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, ताकि योजनाओं का लाभ सीधे लोगों तक पहुंचे।