केवल डिग्री के लिए पढ़ाई काफी नहीं, व्यवहारिक ज्ञान और जीवनोपयोगी कौशल भी जरूरी हैं, जो छात्र निरंतर सीखने के लिए उत्सुक रहते हैं, वही जीवन में आगे बढ़ते हैं-मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े

केवल डिग्री के लिए पढ़ाई काफी नहीं, व्यवहारिक ज्ञान और जीवनोपयोगी कौशल भी जरूरी हैं, जो छात्र निरंतर सीखने के लिए उत्सुक रहते हैं, वही जीवन में आगे बढ़ते हैं-मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े
केवल डिग्री के लिए पढ़ाई काफी नहीं, व्यवहारिक ज्ञान और जीवनोपयोगी कौशल भी जरूरी हैं, जो छात्र निरंतर सीखने के लिए उत्सुक रहते हैं, वही जीवन में आगे बढ़ते हैं-मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े

जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव की धूम, नवप्रवेशी छात्रों का सम्मान, साइकिल और सहायक सामग्री वितरित

सूरजपुर, 26 जून 2025। आज ऑडिटोरियम तिलसिवां में जिला स्तरीय शाला प्रवेश उत्सव का भव्य आयोजन हुआ, जो शिक्षा के प्रति उत्साह और समर्पण का प्रतीक बना। मुख्य अतिथि महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने माँ सरस्वती के तैलचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर प्रेमनगर विधायक  भूलन सिंह मरावी, पूर्व गृहमंत्री व वन विकास निगम अध्यक्ष  राम सेवक पैकरा, कलेक्टर  एस. जयवर्धन, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती चंद्रमणी देवपाल सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती कुसुमलता राजवाड़े, जनपद अध्यक्ष श्रीमती स्वाति संत सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्रीमती कमलेश नंदिनी सहित जनप्रतिनिधि, अधिकारी, शिक्षक, छात्र और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।कुलमिलाकर यह आयोजन शिक्षा के प्रति जागरूकता, सामुदायिक सहभागिता और बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए सामूहिक प्रयासों का एक प्रेरणादायी मंच साबित हुआ।

नवप्रवेशी छात्रों का अभिनंदन, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने बांधा समां

कार्यक्रम में बालवाड़ी से 12वीं कक्षा तक के 27 नवप्रवेशी छात्रों को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही 6 माता-पिता, 6 शिक्षकों और देहदान करने वाले सेवानिवृत्त शिक्षक श्री सुभाष पाण्डेय को विशेष सम्मान से नवाजा गया। कक्षा 9वीं की 5 छात्राओं को साइकिल और 10 दिव्यांग छात्रों को सहायक सामग्री वितरित की गई। बच्चों द्वारा प्रस्तुत रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने उपस्थित लोगों का मन मोह लिया, जिसने समारोह को और भी यादगार बना दिया।

“डिग्री के साथ जीवनोपयोगी कौशल जरूरी”: मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े

मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने बच्चों से संवाद करते हुए कहा, “शिक्षा केवल डिग्री प्राप्त करने तक सीमित नहीं है। व्यवहारिक ज्ञान और जीवनोपयोगी कौशल ही आपको सच्ची सफलता दिलाते हैं। जो学生 निरंतर सीखने के लिए उत्सुक रहते हैं, वही जीवन में नई ऊंचाइयों को छूते हैं।” उन्होंने नवप्रवेशी बच्चों को पुस्तकें और गणवेश वितरित कर नए शिक्षण सत्र के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने शिक्षकों को बच्चों के भविष्य का निर्माता बताते हुए कहा, “विद्यालय एक मंदिर है। शिक्षक, पालक और प्रशासन मिलकर बच्चों को बेहतर शिक्षा प्रदान करें, ताकि वे देश के जिम्मेदार नागरिक बन सकें।”

“ग्रामीण क्षेत्रों तक शिक्षा की रोशनी”: प्रेमनगर विधायक भूलन सिंह मरावी

प्रेमनगर विधायक श्री भूलन सिंह मरावी ने कहा, “शासन ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों तक शिक्षा की रोशनी पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। अभिभावकों, शिक्षकों और प्रशासन को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।” उन्होंने शिक्षकों से जिले में शत-प्रतिशत शैक्षिक परिणाम प्राप्त करने के लिए मेहनत करने का आह्वान किया और बच्चों को अच्छी शिक्षा ग्रहण कर सम्मान प्राप्त करने की प्रेरणा दी।

“शिक्षक बच्चों के जीवन को आकार देते हैं”: राम सेवक पैकरा 

पूर्व गृहमंत्री श्री राम सेवक पैकरा ने कहा, “शिक्षा हमारे जीवन का आधार है। शिक्षक अपने ज्ञान, धैर्य और देखभाल से बच्चों के जीवन को मजबूत आकार देते हैं।” उन्होंने बच्चों से अपने गुरुओं के मार्गदर्शन में शिक्षा के पथ पर अग्रसर होने और देश के विकास में योगदान देने का आग्रह किया।

“हर बच्चे को स्कूल तक पहुंचाने का संकल्प”: कलेक्टर 

कलेक्टर श्री एस. जयवर्धन ने कहा, “जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग मिलकर प्रत्येक बच्चे को स्कूल तक पहुंचाने और गुणवत्तापूर्ण शिक्षण वातावरण प्रदान करने के लिए संकल्पित है।” उन्होंने बच्चों से अपनी ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में उपयोग करने और पालकों से बच्चों की शिक्षा में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने की अपील की। उन्होंने शिक्षक-पालक समन्वय को बच्चों के उज्ज्वल भविष्य का आधार बताया।

नशा मुक्ति की शपथ के साथ समापन

कार्यक्रम के अंत में नशा मुक्ति अभियान के तहत उपस्थित सभी लोगों को नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई गई। इस अवसर पर लोकेश पैकरा, शैलेश अग्रवाल, राजेश महलवाला, संदीप अग्रवाल, राम प्रसाद साहू, मनमत बछाड़, शशिकांत गर्ग, अजय अग्रवाल, दीपेन्द्र सिंह चौहान, सत्यनारायण पैकरा, संत सिंह,जनप्रतिनिधिगण, विद्यार्थी, शिक्षक सहित अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद रहे।