गाँवों में सौर ऊर्जा का उजाला: मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े की सक्रियता से नई रोशनी
सूरजपुर, 19 अगस्त 2025 ।जिले के सुदूरवर्ती गाँव अब अंधेरे के साये से मुक्त होकर सौर ऊर्जा की रोशनी से जगमगा रहे हैं। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व और महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े की सामाजिक सरोकारों से भरी सक्रिय कार्यशैली ने जिले के ग्रामीणों को बिजली की गंभीर समस्या से राहत दिलाई है। स्थानीय समस्याओं को गहराई से समझकर त्वरित समाधान की दिशा में मंत्री श्रीमती राजवाड़े की संवेदनशील पहल ग्रामीण जीवन में नया प्रकाश बिखेर रही है। दरअसल महुली गाँव के स्कूलपारा, चौरा पारा और खास पारा में 10-10 किलोवॉट क्षमता के सौर संयंत्रों की बैटरियाँ बदलकर उन्हें पूरी तरह कार्यशील किया गया है। इससे 150 से अधिक परिवारों के घर रातभर रोशनी से जगमग हो रहे हैं। बच्चे अब रात में बिना रुकावट पढ़ाई कर पा रहे हैं, महिलाएँ सुरक्षित महसूस कर रही हैं, और गाँव की गतिविधियाँ देर रात तक सुचारू रूप से चल रही हैं। यह बदलाव केवल तकनीकी सुधार नहीं, बल्कि ग्रामीणों की रोजमर्रा की जरूरतों को समझने वाली मंत्री राजवाड़े की सजगता का परिणाम है।
मुख्यमंत्री साय की 'सभी के लिए ऊर्जा' नीति को अमलीजामा पहनाते हुए, भटगांव विधायक और मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने बाँक और खोड़ जैसे गाँवों में भी सुधार कार्यों को गति दी है। यहाँ 07 सौर संयंत्रों के लिए 372 नई बैटरियाँ स्थापित की जा रही हैं, जो सैकड़ों परिवारों के लिए वरदान साबित होंगी। भटगांव विधानसभा क्षेत्र में लगभग 60 लाख रुपये की लागत से स्वीकृत इन्वर्टर और बैटरियाँ, खासकर तमोर पिंगला अभ्यारण्य और गुरु घासीदास राष्ट्रीय उद्यान जैसे सुदूर वनांचलों में स्थायी बिजली का सपना साकार कर रही हैं। वहीं दूसरी तरफ मंत्री श्रीमती राजवाड़े की कार्यशैली में सामाजिक सरोकार और स्थानीय समस्याओं के प्रति गहरी संवेदनशीलता झलकती है। गाँवों में जाकर लोगों की समस्याएँ सुनना, उनकी जरूरतों को प्राथमिकता देना और त्वरित कार्यवाही सुनिश्चित करना उनकी विशेषता रही है। उनकी पहल से न केवल बिजली की समस्या का समाधान हो रहा है, बल्कि ग्रामीणों में आत्मनिर्भरता और विश्वास भी जाग रहा है। यह पहल मुख्यमंत्री श्री साय और मंत्री श्रीमती राजवाड़े के संयुक्त नेतृत्व का प्रतीक है, जो ग्रामीण विकास की नई गाथा लिख रहा है।