सूरजपुर में कानून का शंखनाद: कलेक्टर-डीआईजी की हुंकार, नशे-अपराध पर प्रहार, सड़कों पर सतर्कता की रफ्तार

सूरजपुर में कानून का शंखनाद: कलेक्टर-डीआईजी की हुंकार, नशे-अपराध पर प्रहार, सड़कों पर सतर्कता की रफ्तार
सूरजपुर में कानून का शंखनाद: कलेक्टर-डीआईजी की हुंकार, नशे-अपराध पर प्रहार, सड़कों पर सतर्कता की रफ्तार

सूरजपुर, 13 मई 2025। जिले को अपराधमुक्त और सुरक्षित बनाने के लिए कलेक्टर एस. जयवर्धन और डीआईजी/एसएसपी प्रशांत कुमार ठाकुर ने मंगलवार को कानून-व्यवस्था पर कड़ा रुख अपनाते हुए पुलिस-प्रशासन की हाईलेवल समन्वय बैठक बुलाई। जिला पुलिस कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में सभी एसडीएम वर्चुअल रूप से शामिल हुए। कलेक्टर और डीआईजी ने नशे के सौदागरों पर नकेल कसने, अपराधियों में कानून का खौफ पैदा करने, सड़क दुर्घटनाओं पर लगाम लगाने और जनता की शिकायतों का तुरंत समाधान करने के लिए अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए। इसके साथ ही कलेक्टर और डीआईजी ने अधिकारियों को दो टूक चेतावनी दी कि जिले में शांति और कानून-व्यवस्था में किसी भी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी। उन्होंने कहा, “जनता की हर छोटी-बड़ी समस्या का तुरंत समाधान और अपराधियों में कानून का डर हमारी प्राथमिकता है।” इस बैठक ने सूरजपुर में कानून-व्यवस्था को नई मजबूती और अपराधियों में खौफ पैदा करने का संदेश दे दिया है।

नशे की जड़ पर वार, ‘नवजीवन’ को नई रफ्तार

नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए कलेक्टर ने अवैध नशीली दवाओं और मादक पदार्थों की तस्करी पर पूरी तरह रोक लगाने का आदेश दिया। पुलिस, प्रशासन और ड्रग इंस्पेक्टर की संयुक्त टीम बनाकर मेडिकल स्टोर्स की ताबड़तोड़ जांच और सीमावर्ती जिलों से नशे की खेप रोकने की रणनीति बनाई गई। पुलिस के ‘नवजीवन’ अभियान को और धार देने के लिए हर गांव को नशामुक्त करने का लक्ष्य रखा गया। इसके तहत जन-जागरूकता अभियान, शराबियों की काउंसलिंग और तस्करी में इस्तेमाल वाहनों की जब्ती पर जोर दिया गया। 

सड़क हादसों और ध्वनि प्रदूषण पर सख्ती

जिले में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए मालवाहक वाहनों में सवारी ढोने वालों पर कठोर कार्रवाई का निर्देश दिया गया। हेलमेट और यातायात नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए जागरूकता के साथ-साथ एमवी एक्ट के तहत सख्ती बरतने को कहा गया। रात 10 बजे के बाद डीजे और लाउडस्पीकर बजाने वालों के खिलाफ तुरंत एक्शन लेने का फरमान जारी हुआ। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि ध्वनि प्रदूषण करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। 

 सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने का आदेश

खदानों और कारखानों में सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए कलेक्टर ने फायर सेफ्टी, वाटर सेफ्टी, सायरन सिस्टम और कंट्रोल रूम की व्यवस्थाओं का गहन निरीक्षण करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा में जरा सी चूक भी बर्दाश्त नहीं होगी। 

नए आपराधिक कानूनों का प्रशिक्षण अनिवार्य

कानून-व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को नए आपराधिक कानूनों का प्रशिक्षण तत्काल कराने का आदेश दिया गया। कलेक्टर और डीआईजी ने जोर देकर कहा कि किसी भी अपराध, विवाद या संदिग्ध गतिविधि की सूचना पर पुलिस की बड़ी टीम तुरंत मौके पर पहुंचे और कार्रवाई करे। राजस्व और पुलिस विभाग को संदिग्ध गतिविधियों पर चौबीसों घंटे नजर रखने और रणनीतिक ढंग से शांति व्यवस्था कायम करने को कहा गया। 

बैठक में इनकी भी रही मौजूदगी

बैठक में डीएफओ पंकज कमल, एसडीएम शिवानी जायसवाल, सीएचएमओ डॉ. कपिलदेव पैंकरा, सीएसपी एस.एस. पैंकरा, एसडीओपी प्रेमनगर नरेंद्र सिंह पुजारी, एसडीओपी प्रतापपुर सौरभ उईके, एसडीओपी ओड़गी राजेश जोशी, एसडीओपी सूरजपुर अभिषेक पैंकरा, डीएसपी मुख्यालय महालक्ष्मी कुलदीप, सभी थाना-चौकी प्रभारी, तहसीलदार समीर शर्मा सहित समाज कल्याण, ड्रग, माइनिंग, शिक्षा, कृषि और अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।