सूरजपुर में साइबर ठगों का खुला नेटवर्क, म्यूल अकाउंट के जरिए 11 लाख से ज्यादा की ठगी, 5 गिरफ्तार

सूरजपुर में साइबर ठगों का खुला नेटवर्क, म्यूल अकाउंट के जरिए 11 लाख से ज्यादा की ठगी, 5 गिरफ्तार

देश के 9 राज्यों से जुड़ा मामला, खातों के बदले लेते थे मोटी रकम, हर ट्रांजेक्शन पर कमीशन तय

सूरजपुर 19 अप्रैल 2025। जिले में ऑनलाइन ठगी से जुड़ी एक बड़ी साजिश का पर्दाफाश करते हुए सूरजपुर पुलिस ने साइबर अपराधियों के नेटवर्क से जुड़े 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी आरोपी म्यूल अकाउंट के जरिए देशभर में साइबर फ्रॉड को अंजाम दे रहे थे। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपियों ने 10 से 25 हजार रुपये में बैंक खाते और एटीएम कार्ड किराए पर देकर फ्रॉड की रकम को ट्रांजेक्ट कराया। पकड़े गए आरोपियों के खातों में कुल 11 लाख रुपये से अधिक का लेन-देन पाया गया है।

तीन चरणों में हुई कार्रवाई, धीरे-धीरे खुला बड़ा नेटवर्क

इस गिरोह को पकड़ने की शुरुआत तब हुई जब थाना विश्रामपुर पुलिस को 16 अप्रैल 2025 को एएसपी कार्यालय सूरजपुर से म्यूल अकाउंट से जुड़ी जानकारी मिली। जांच में धारा 317(4), 318(2), 61(2)(ए) बीएनएस के तहत अपराध पाया गया और केस क्रमांक 83/2025 दर्ज किया गया।

सबसे पहले पुलिस ने चन्द्रदेव पैकरा को गिरफ्तार किया, जिसके पास से म्यूल अकाउंट से संबंधित पासबुक, चेकबुक और एटीएम कार्ड मिले। इसके बाद उसकी निशानदेही पर दो अन्य साथी — कमलेश्वर सिंह और रूपन पैंकरा को भी गिरफ्तार किया गया।

सज्जन और अनिल ने खोले ऑनलाइन फ्रॉड के राज़

तीनों से हुई पूछताछ में सज्जन कुमार गुप्ता का नाम सामने आया। सज्जन ने बताया कि वह इन तीनों के बैंक अकाउंट्स को प्रति सेविंग अकाउंट 10 हजार और प्रति करंट अकाउंट 25 हजार रुपये में किराए पर लेता था। वह ये खाते अपने ऊपर के व्यक्ति अनिल कुमार को देता था, जो इन खातों का इस्तेमाल साइबर ठगी की रकम को इधर-उधर करने में करता था।

पुलिस ने जब अनिल कुमार को दबोचा तो उसने बताया कि वह न केवल सज्जन से बल्कि कई अन्य लोगों से भी खाते लेकर उनका इस्तेमाल करता था। अनिल ने हर ट्रांजेक्शन पर 0.25 प्रतिशत कमीशन लेना कबूल किया।

देशभर से जुड़ी हैं ऑनलाइन शिकायतें

जांच में यह सामने आया कि अनिल के खातों में 5,25,001 रुपये और सज्जन के खातों में 6,00,003 रुपये का फ्रॉड ट्रांजेक्शन हुआ है। इन दोनों के खातों से हुए ट्रांजेक्शनों से संबंधित शिकायतें देश के तमिलनाडु, तेलंगाना, राजस्थान, महाराष्ट्र, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, गुजरात, मध्यप्रदेश और कर्नाटक जैसे राज्यों के साइबर पोर्टल पर दर्ज हैं।

गिरफ्तार आरोपी इस प्रकार हैं:

1. सज्जन कुमार गुप्ता, पिता राधेश्याम गुप्ता, उम्र 36 वर्ष, निवासी जमीरा पाठ, थाना सामरी पाठ, जिला बलरामपुर

2. अनिल कुमार, पिता शिव पूजन प्रसाद, उम्र 49 वर्ष, निवासी वार्ड नंबर 18, दाउद नगर, जिला औरंगाबाद, बिहार

3. चन्द्रदेव पैकरा, निवासी सूरजपुर

4. कमलेश्वर सिंह, निवासी सूरजपुर

5. रूपन पैंकरा, निवासी सूरजपुर

साक्ष्य भी बरामद

पुलिस ने घटना में प्रयुक्त मोबाइल, पासबुक, एटीएम कार्ड और चेकबुक जब्त किए हैं। आगे की जांच में और भी बैंक खातों व मोबाइल नंबरों के लिंक सामने आ सकते हैं, जिससे इस गिरोह का दायरा और भी बड़ा हो सकता है।

DIG व SSP के निर्देश पर बनी विशेष टीम

DIG एवं एसएसपी प्रशांत कुमार ठाकुर ने लगातार मिल रही म्यूल अकाउंट और साइबर फ्रॉड की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए थे। उनकी निगरानी में टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पूरे नेटवर्क की परतें खोलीं।

पुलिस अधिकारियों की सक्रिय भूमिका

इस पूरी कार्रवाई में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष महतो, सीएसपी एस.एस. पैंकरा, थाना प्रभारी अलरिक लकड़ा, एएसआई अविनाश सिंह, साइबर प्रभारी राकेश यादव तथा उनकी टीम के अन्य सदस्य — प्रधान आरक्षक नवीन सिंह, सोहर लाल पावले, दीपक चौधरी, रौशन सिंह, विनोद सारथी, जयप्रकाश यादव, युवराज यादव, आसिफ अख्तर, मनोज शर्मा, योगेश्वर सिंह, प्यारेलाल और कृष्णा सिंह विशेष रूप से सक्रिय रहे।