कांदुल में 83 जोड़े बंधे विवाह बंधन में, कैबिनेट मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े और विधायक मोतीलाल साहू ने दिया आशीर्वाद
रायपुर, 26 अप्रैल 2025।रायपुर परिक्षेत्र के ग्राम कांदुल में छत्तीसगढ़ हरदिहा साहू समाज द्वारा आयोजित सामाजिक आदर्श विवाह समारोह में 83 नवविवाहित जोड़ों ने एक साथ सात फेरे लेकर नवजीवन की शुरुआत की। यह आयोजन सामाजिक समरसता, सादगी और सहयोग की मिसाल बन गया।
मुख्य अतिथि के रूप में समारोह में शामिल हुईं राज्य की कैबिनेट मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, जिन्होंने सभी जोड़ों को आशीर्वाद दिया और समाज की इस पहल को सामाजिक जागरूकता और एकजुटता का प्रेरक उदाहरण बताया।
उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा, "साहू समाज ने यह सिद्ध किया है कि जब समाज संगठित होकर कार्य करता है, तो वह न केवल परंपराओं को निभाता है बल्कि सामाजिक बदलाव की दिशा भी तय करता है। यह आयोजन सिर्फ विवाह नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी का प्रतीक है। राज्य सरकार ऐसी पहलों को हरसंभव सहयोग देगी।"
विधायक मोतीलाल साहू ने भी नवविवाहितों को शुभकामनाएं दीं
इस अवसर पर रायपुर ग्रामीण विधायक श्री मोतीलाल साहू विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उन्होंने कहा, "यह आयोजन समाज के सहयोग और संगठन शक्ति का परिचायक है। सामूहिक विवाह से ना केवल आर्थिक बोझ कम होता है, बल्कि सामाजिक कुरीतियों पर भी प्रभावी चोट होती है।"
सादगी में संस्कार, परंपरा में प्रेरणा
समारोह में विवाह की सभी रस्में छत्तीसगढ़ी परंपराओं के अनुरूप पूरी श्रद्धा और गरिमा के साथ सम्पन्न की गईं। न कोई दिखावा, न फिजूलखर्ची—केवल संस्कृति, संस्कार और सहयोग की भावना इस आयोजन की आत्मा रही।
समाज की एकता और सेवा भावना का दर्शन
आयोजन को सफल बनाने में साहू समाज के पदाधिकारियों, महिला विंग और युवा इकाई की महत्वपूर्ण भूमिका रही। कार्यक्रम की व्यवस्था, रस्मों का संचालन और अतिथि स्वागत से लेकर भोजन तक, हर चरण में अनुशासन और समर्पण का उत्कृष्ट प्रदर्शन देखने को मिला।
ग्रामीणों और समाजजनों में दिखा उत्साह
ग्राम कांदुल और आसपास के क्षेत्रों से भारी संख्या में ग्रामीण, समाजजन और सामाजिक कार्यकर्ता इस आयोजन में शामिल हुए। लोगों ने इसे दहेज प्रथा और अनावश्यक खर्चों के खिलाफ एक सशक्त संदेश बताया।
मंत्री ने की आयोजन समिति की सराहना
समारोह के समापन पर मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने आयोजन समिति को बधाई देते हुए कहा, "इस आयोजन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जब समाज मिलकर चलता है, तो वह केवल परंपरा नहीं निभाता, बल्कि भविष्य का रास्ता भी बनाता है। यह पूरे प्रदेश के लिए एक प्रेरणा है।"