किसानों को बड़ी राहत, मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े की सख्ती से खाद की कालाबाजारी पर लगाम

किसानों को बड़ी राहत, मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े की सख्ती से खाद की कालाबाजारी पर लगाम

सूरजपुर, 31 अगस्त 2025। महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने किसानों के हित में एक बार फिर अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है। सूरजपुर जिले में यूरिया और अन्य खाद की कालाबाजारी रोकने के लिए उन्होंने कलेक्टर  एस. जयवर्धन को सख्त निर्देश दिए हैं। मंत्री ने पारदर्शी और समयबद्ध खाद वितरण सुनिश्चित करने पर जोर दिया, ताकि किसानों को खरीफ सीजन में किसी तरह की परेशानी न हो। उनकी इस त्वरित और किसान हितैषी कार्यशैली ने जिले के अन्नदाताओं में नई उम्मीद जगाई है।

खाद की पर्याप्त उपलब्धता, नैनो उर्वरक का लाभ 

मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में प्रदेश में खरीफ सीजन के लिए 14.62 लाख मीट्रिक टन खाद के लक्ष्य के मुकाबले 15.64 लाख मीट्रिक टन का भंडारण किया गया है। इसमें से 13.19 लाख मीट्रिक टन खाद, जिसमें 6.39 लाख मीट्रिक टन यूरिया शामिल है, किसानों को वितरित हो चुका है। इसके अलावा, 5.30 लाख बोतल नैनो उर्वरक का भंडारण कर 4.18 लाख बोतलें किसानों तक पहुंचाई गई हैं। सूरजपुर जिले में भी यूरिया, खाद और बीज की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। 

कालाबाजारी पर सख्ती, किसानों के लिए संवेदनशील रवैया  

मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने स्पष्ट किया कि खाद की कालाबाजारी को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनकी सख्ती और किसान हितों के प्रति संवेदनशील रवैये ने जिले में प्रशासन को तत्पर कर दिया है। कलेक्टर को दिए गए निर्देशों के तहत जिले में खाद वितरण की निगरानी तेज कर दी गई है, ताकि हर किसान को उसका हक समय पर मिले। बहरहाल मंत्री की इस सक्रियता से सूरजपुर जिले के किसानों में उत्साह है। उनकी कार्यशैली न केवल प्रशासनिक दक्षता को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि सरकार किसानों के कल्याण के लिए हर कदम पर उनके साथ है। 

नैनो उर्वरक: लागत कम, उत्पादन ज्यादा 

कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, नैनो उर्वरक का उपयोग न केवल फसल उत्पादन बढ़ाता है, बल्कि खेती की लागत को कम करने और पर्यावरण संरक्षण में भी मदद करता है। मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने इसकी महत्ता को रेखांकित करते हुए कहा, “किसानों को समय पर और गुणवत्तापूर्ण खाद उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। नैनो उर्वरक जैसे नवाचारों से किसानों की आय बढ़ेगी और खेती अधिक टिकाऊ होगी।”