मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का सख्त संदेश: कलेक्टर-एसपी फील्ड में रहें एक्टिव, तभी टिकेगा सुशासन का सिस्टम

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का सख्त संदेश: कलेक्टर-एसपी फील्ड में रहें एक्टिव, तभी टिकेगा सुशासन का सिस्टम
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का सख्त संदेश: कलेक्टर-एसपी फील्ड में रहें एक्टिव, तभी टिकेगा सुशासन का सिस्टम

सूरजपुर में मैराथन बैठक, तीन जिलों की योजनाओं और प्रशासनिक कामकाज की बारीकी से समीक्षा

"हर जरूरतमंद तक पहुंचे सरकारी योजनाओं का लाभ, ये हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी": मुख्यमंत्री का स्पष्ट निर्देश

सूरजपुर, 09 मई 2025। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने सूरजपुर, कोरिया और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिलों में प्रशासनिक व्यवस्था को और मजबूत करने के लिए कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को फील्ड भ्रमण बढ़ाने के सख्त निर्देश दिए। सूरजपुर जिला मुख्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में उन्होंने सुशासन तिहार के तहत प्राप्त आवेदनों के त्वरित निराकरण, सरकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन और बुनियादी सुविधाओं की स्थिति पर गहन चर्चा की। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि प्रशासनिक कसावट के लिए कलेक्टर-एसपी का नियमित भ्रमण जरूरी है, ताकि सुशासन और पारदर्शी व्यवस्था स्थापित हो सके। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि छोटे जिलों के गठन से प्रशासनिक कार्यों में तेजी आई है। अब कलेक्टर-एसपी की जिम्मेदारी है कि वे नियमित भ्रमण कर सुशासन को और मजबूत करें। "हम सबका विकास और सबकी भागीदारी के साथ पारदर्शी व्यवस्था स्थापित करना चाहते हैं," उन्होंने अंत में जोर देकर कहा।

सुशासन तिहार: योजनाएं हर जरूरतमंद तक पहुंचें

मुख्यमंत्री ने सुशासन तिहार की सराहना करते हुए कहा कि यह सभी की भागीदारी का मंच है। उन्होंने अधिकारियों को सरकार की योजनाओं को अंतिम पायदान तक पहुंचाने की जिम्मेदारी सौंपी। "हम सभी शासन के अंग हैं। हमारा दायित्व है कि हर जरूरतमंद तक योजनाओं का लाभ पहुंचे," उन्होंने जोर देकर कहा। साथ ही, उन्होंने 2047 तक विकसित भारत के प्रधानमंत्री के लक्ष्य को दोहराते हुए सभी को इस दिशा में कार्य करने का आह्वान किया।

जल जीवन मिशन और पेयजल व्यवस्था पर विशेष ध्यान

समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने जल जीवन मिशन के तहत कार्यों को गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने सूरजपुर, कोरिया और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिलों में घर-घर पेयजल पहुंचाने पर जोर दिया। अक्रियाशील हैंडपंपों की मरम्मत और आवश्यकतानुसार पाइपलाइन बिछाने के निर्देश भी दिए गए। ग्रीष्मकाल और वर्षा ऋतु में मौसमी बीमारियों जैसे डायरिया और पीलिया से बचाव के लिए हैंडपंपों के आसपास सफाई, ब्लीचिंग पाउडर और क्लोरीन के उपयोग के साथ अस्पतालों में दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा।

शिक्षा और बोर्ड परीक्षा परिणामों पर नाराजगी

सूरजपुर जिले में बोर्ड परीक्षा परिणामों के पिछले वर्ष की तुलना में कम होने पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार और परिणामों का प्रतिशत बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाने के निर्देश दिए।

धान के बजाय वैकल्पिक फसलों को बढ़ावा, किसानों को मिलेगा अधिक लाभ

मुख्यमंत्री ने फसल चक्र परिवर्तन की दिशा में किसानों को धान की जगह अन्य लाभदायक और कम पानी की जरूरत वाली फसलों को अपनाने के लिए प्रेरित किया। हर्बल खेती को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया।साथ ही, फसल चक्र परिवर्तन को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने धान के अलावा अन्य फसलों और हर्बल पौधों की खेती को प्रोत्साहित करने पर जोर दिया, जिससे किसानों को अधिक लाभ मिले और बिजली-पानी की खपत कम हो।

नए कानूनों का पालन और डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा

मुख्यमंत्री ने भारतीय न्याय संहिता के तहत नए कानूनों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करने, समय पर चालान प्रस्तुत करने और वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से गवाहों की उपस्थिति की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। साथ ही, पंचायती राज दिवस पर शुरू किए गए अटल डिजिटल सेवा केंद्रों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल बैंकिंग को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने ग्रामीणों को इस सेवा का लाभ लेने के लिए प्रेरित करने को कहा।

गांवों में चलेंगी बसें, रजिस्ट्री के साथ अब नामांतरण भी— नहीं होगी भटकने की जरूरत

मुख्यमंत्री ने रजिस्ट्री प्रक्रिया को सरल बनाने और रजिस्ट्री के साथ ही नामांतरण की सुविधा शुरू करने की जानकारी दी। इससे लोगों को बार-बार दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे और जमीन की गलत खरीद-बिक्री पर अंकुश लगेगा। ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों में बस परिवहन शुरू करने की योजना पर भी जोर दिया गया, ताकि पिकअप जैसे असुरक्षित वाहनों में यात्रा करने की मजबूरी खत्म हो और दुर्घटनाएं कम हों।

प्रधानमंत्री आवास योजना और प्रशिक्षण पर जोर

प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान निर्माण में तेजी लाने के लिए मेशन और सेंट्रिंग प्लेट लगाने वालों के प्रशिक्षण की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। साथ ही, रेत परिवहन करने वाले वाहनों पर अनावश्यक कार्रवाई न करने और आवास मित्रों की शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए।

बैठक में प्रमुख उपस्थितियां

समीक्षा बैठक में प्रभारी मंत्री श्री दयालदास बघेल, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती इंदुमणि पैकरा, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, प्रमुख सचिव श्री सुबोध सिंह, कमिश्नर श्री नरेंद्र दुग्गा, आईजी श्री दीपक झा, सूरजपुर कलेक्टर श्री एस जयवर्धन, मनेन्द्रगढ़ कलेक्टर श्री डी राहुल वेंकट और कोरिया कलेक्टर श्रीमती चंदन त्रिपाठी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

सुशासन तिहार: समाधान शिविर और आवेदन निराकरण

मुख्यमंत्री ने सुशासन तिहार के तहत बंदोबस्त त्रुटियों को सुधारने के लिए अधिक समाधान शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्यमंत्री जनदर्शन और सुशासन तिहार के आवेदनों के शीघ्र निराकरण पर जोर दिया। साथ ही, सिकलसेल स्क्रीनिंग, आयुषमान भारत कार्ड, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, सड़क अधोसंरचना और खाद-बीज भंडारण जैसे विषयों की गहन समीक्षा की।पारदर्शी और समावेशी प्रशासन का संकल्प