‘वन नेशन वन इलेक्शन’ की गूंज: भटगांव में विधानसभा स्तरीय कार्यशाला ने दिखाया विकास का रास्ता
सूरजपुर, 17 मई 2025। ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ की क्रांतिकारी अवधारणा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए भटगांव में एक भव्य कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम पूर्व विधायक सांवला राम डहरे के मुख्य आतिथ्य और छत्तीसगढ़ की महिला, बाल विकास व समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दिग्गज नेताओं, जनप्रतिनिधियों, मंडल अध्यक्षों और समर्पित कार्यकर्ताओं की मौजूदगी ने इस आयोजन को और भी प्रभावशाली बनाया। कुलमिलाकर ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ की यह कार्यशाला भटगांव विधानसभा में एक ऐतिहासिक कदम साबित हुई। नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में इस अवधारणा का समर्थन करते हुए इसे देश के विकास और संसाधन बचत की दिशा में मील का पत्थर बताया। यह आयोजन न केवल स्थानीय स्तर पर चर्चा का केंद्र बना, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर इस नीति को लागू करने की दिशा में एक मजबूत संदेश भी दे गया।
‘विकसित भारत’ का आधार: एक राष्ट्र, एक चुनाव
कार्यशाला का केंद्रीय विषय ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ रहा, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘विकसित भारत’ के संकल्प का मजबूत स्तंभ बताया गया। जिला महामंत्री और एक राष्ट्र एक चुनाव के जिला संयोजक राजेश महलवाला ने अपने विचार रखते हुए कहा, “यह अवधारणा न केवल समय और संसाधनों की बचत करेगी, बल्कि बार-बार लागू होने वाली आदर्श आचार संहिता के कारण रुके विकास कार्यों को गति देगी।” उन्होंने जोर देकर कहा कि एक साथ चुनाव होने से आम जनता को बार-बार मतदान केंद्रों पर जाने की असुविधा से मुक्ति मिलेगी और देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। महलवाला ने ऐतिहासिक संदर्भ देते हुए बताया कि 1951-52 से 1967 तक भारत में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होते थे। इस प्रणाली को पुनर्जनन देने से न केवल शासन-प्रशासन की दक्षता बढ़ेगी, बल्कि मतदाताओं को भी अपने मताधिकार का प्रयोग करने में सुविधा होगी।
विकास का मार्ग प्रशस्त होगा:कैबिनेट मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा, “एक राष्ट्र, एक चुनाव के तहत हर पांच साल में एक बार लोकसभा, विधानसभा और पंचायत चुनाव होंगे। इससे सरकारी खजाने पर अनावश्यक बोझ कम होगा और विकास कार्यों को निर्बाध गति मिलेगी।” उन्होंने कहा कि एक ही दिन में मतदान की प्रक्रिया से नागरिक अपने जिम्मेदार नागरिक होने का कर्तव्य आसानी से निभा सकेंगे। राजवाड़े ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे इस अवधारणा को गांव-गांव तक पहुंचाएं, ताकि जनता इसके लाभों को समझ सके।
अतीत की गलतियों को सुधारने का समय: सांवला राम डहरे
मुख्य अतिथि अहिवारा विधानसभा के पूर्व विधायक श्री सांवला राम डहरे ने अपने संबोधन में कहा कि आजादी के बाद 1967 तक भारत में एक साथ चुनाव होते थे, लेकिन कांग्रेस नेतृत्व ने अपने राजनीतिक लाभ के लिए कई राज्यों में मध्यावधि चुनाव कराए, जिसने इस व्यवस्था को तोड़ दिया। “इसका खामियाजा देश आज तक भुगत रहा है। बार-बार होने वाले चुनावों से विकास कार्य ठप पड़ते हैं, सुरक्षा बल और निर्वाचन अधिकारी अपने मूल कर्तव्यों से हटकर चुनावी प्रक्रिया में उलझ जाते हैं।”
श्री डहरे ने ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ को लागू करने की दो-चरणीय रणनीति भी साझा की। पहले चरण में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ कराए जाएंगे, जिसके लिए संवैधानिक संशोधन में राज्यों की सहमति की जरूरत नहीं होगी। दूसरे चरण में पंचायत और नगर पालिका चुनावों को लोकसभा-विधानसभा चुनावों के 100 दिनों के भीतर आयोजित करने की व्यवस्था होगी, जिसके लिए कम से कम आधे राज्यों का अनुसमर्थन आवश्यक है।
इनकी रही सक्रिय भागीदारी
कार्यशाला में पूर्व विधायक रजनी रविशंकर त्रिपाठी, जिला उपाध्यक्ष महेश्वर पैकरा, रामू गोस्वामी, जिला मंत्री अशोक सिंह, महिला मोर्चा की जिला महामंत्री नूतन विश्वास और बिना गुप्ता, जिला पंचायत सदस्य जगरे लाल यादव, अनुज राजवाड़े, जनपद उपाध्यक्ष मनमत बछाड़, जिला आईटी सेल संयोजक शिव राजवाड़े, युवा मोर्चा जिला अध्यक्ष रविंद्र भारती सहित भटगांव विधानसभा के विभिन्न मंडलों के अध्यक्ष, महामंत्री और कार्यकर्ता उपस्थित रहे। विशेष रूप से प्रदेश मंत्री परमेश्वरी राजवाड़े, मंडल अध्यक्ष रमेश गुप्ता, ओड्गी मंडल अध्यक्ष सत्यनारायण पैकरा, सुनील साहू, ठाकुर पैकरा, हरीश राजवाड़े, जगसाय सिंह और महरजिया सिंह ने भी अपनी सक्रिय भागीदारी से कार्यक्रम को जीवंत बनाया।
संचालन और आभार
कार्यक्रम का कुशल संचालन भटगांव मंडल अध्यक्ष रमेश गुप्ता ने किया, जबकि मंडल महामंत्री संत लाल प्रजापति ने आभार प्रदर्शन किया। यह कार्यशाला न केवल ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ के प्रति जागरूकता फैलाने में सफल रही, बल्कि कार्यकर्ताओं में इस अवधारणा को जन-जन तक पहुंचाने का उत्साह भी जगाया।