भेलवाडांड में पक्के मकान, घंघरी में शाला प्रवेशोत्सव: पहाड़ी कोरवा समुदाय के जीवन में उजाला
अम्बिकापुर, 26 जून 2025। जिले के सुदूर वनांचल में बसे पहाड़ी कोरवा समुदाय के लिए आज का दिन विकास और खुशियों का नया अध्याय लेकर आया। जहां उदयपुर विकासखंड के भेलवाडांड में 16 पहाड़ी कोरवा परिवारों को पक्के मकान मिलने से उनके जीवन में स्थिरता और सुरक्षा आई, वहीं अंबिकापुर विकासखंड के घंघरी में आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित पहाड़ी कोरवा आदिवासी आवासीय विद्यालय में शाला प्रवेशोत्सव ने नौनिहालों के चेहरों पर मुस्कान बिखेरी।बहरहाल प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत भेलवाडांड में पक्के मकान और घंघरी में शाला प्रवेशोत्सव ने पहाड़ी कोरवा समुदाय के जीवन में नई उम्मीदें जगाई हैं। आवास, शिक्षा और आजीविका के ये प्रयास न केवल इन परिवारों को सशक्त बना रहे हैं, बल्कि उन्हें विकास की मुख्य धारा से जोड़कर एक सम्मानजनक जीवन का आधार दे रहे हैं। कुलमिलाकर पहाड़ी कोरवा समुदाय की यह कहानी सुदूर क्षेत्रों में बदलाव की नई तस्वीर प्रस्तुत कर रही है, जहां शिक्षा और आवास जैसे कदम उनके सपनों को पंख दे रहे हैं।
भेलवाडांड: झोपड़ियों से पक्के मकानों तक का सफर
उदयपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत बकोई के आश्रित ग्राम भेलवाडांड में विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा के 16 परिवारों को प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत पक्के मकान उपलब्ध कराए गए हैं। पहले ये परिवार जंगल की लकड़ी, पत्तों और घास-फूस से बनी झोपड़ियों में रहते थे, जहां बरसात में सांप-बिच्छू जैसे जहरीले जीवों का खतरा बना रहता था। अब पक्के मकान मिलने से न केवल मौसम की मार से राहत मिली, बल्कि उन्हें सुरक्षा और सम्मान का नया आधार भी प्राप्त हुआ।जिला मुख्यालय अम्बिकापुर से 80 किमी और उदयपुर जनपद मुख्यालय से 40 किमी दूर बसे भेलवाडांड में इन परिवारों को एक सुव्यवस्थित कालोनी में बसाया गया है। स्थानीय संस्कृति को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किए गए मकानों में शौचालय, बिजली, पानी और सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं सुनिश्चित की गई हैं। इन परिवारों को आयुष्मान भारत योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, सुकन्या समृद्धि योजना, राशन कार्ड, श्रम कार्ड, आधार कार्ड, बैंक खाता, महतारी वंदन योजना और नरेगा जॉब कार्ड जैसी योजनाओं से जोड़ा गया है। साथ ही, तीन परिवारों को पॉम ऑयल पौधारोपण और एक परिवार को फलदार पौधारोपण के लिए चुना गया, जिससे उनकी आजीविका को बल मिलेगा। ग्राम की निवासी श्रीमती सुखनी ने खुशी जाहिर करते हुए कहा, “पहले हमारा गांव शासन की योजनाओं से वंचित था। अब पक्का मकान, बिजली, पानी और सड़क ने हमें विकास की मुख्य धारा से जोड़ा।” उन्होंने शासन-प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
घंघरी: शाला प्रवेशोत्सव में नौनिहालों का उत्साह
इसी बीच, अंबिकापुर विकासखंड के घंघरी में पहाड़ी कोरवा आदिवासी आवासीय विद्यालय में शाला प्रवेशोत्सव का आयोजन बच्चों के लिए यादगार रहा। कलेक्टर श्री विलास भोसकर ने स्वयं उपस्थित होकर नवप्रवेशी बच्चों का तिलक लगाकर और मिठाई खिलाकर स्वागत किया। उन्होंने बच्चों को शिक्षा की महत्ता बताते हुए नियमित पढ़ाई और स्कूल आने की प्रेरणा दी।
नवीन भवन का बच्चों के हाथों लोकार्पण
कलेक्टर ने प्राथमिक स्तर के नवीन भवन का उद्घाटन बच्चों के हाथों फीता कटवाकर कराया। उन्होंने कहा, “यह भवन बच्चों का है, और उनके हाथों लोकार्पण से उन्हें स्वामित्व और आत्मगौरव का अनुभव होगा।” इस भावनात्मक क्षण ने बच्चों में उत्साह का संचार किया। प्रवेशोत्सव में बच्चों को स्कूल ड्रेस, पाठ्यपुस्तकें, कॉपियां, पेंसिल जैसी शैक्षणिक सामग्री वितरित की गई। बच्चों के चेहरों पर शिक्षा के प्रति उत्साह साफ झलक रहा था।इस दरम्यान बच्चों ने सरगुजिहा लोकभाषा में स्वागत गीत प्रस्तुत कर कलेक्टर का अभिनंदन किया, जिसने पूरे माहौल को स्थानीय संस्कृति के रंगों में सराबोर कर दिया।
“एक पेड़ मां के नाम 2.0” अभियान
इस अवसर पर कलेक्टर, अधिकारियों और शिक्षकों ने “एक पेड़ मां के नाम 2.0” अभियान के तहत फलदार और छायादार वृक्षों का रोपण किया। यह पहल बच्चों में पर्यावरण संरक्षण की चेतना जाग्रत करने में महत्वपूर्ण रही।
बच्चों के साथ भोजन और संवाद
कलेक्टर ने बच्चों के साथ बैठकर मध्यान्ह भोजन ग्रहण किया और उनके अनुभव सुने। उन्होंने बच्चों को नियमित स्कूल आने, खेलने और पढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया।
शिक्षा है सबसे बड़ी ताकत
कलेक्टर श्री भोसकर ने कहा, “पहाड़ी कोरवा जैसे विशेष पिछड़ी जनजातियों को मुख्यधारा से जोड़ने का सबसे सशक्त माध्यम शिक्षा है। शिक्षकों को बच्चों को ऐसा वातावरण देना होगा, जिसमें वे आत्मविश्वास के साथ सीख सकें और समाज में सकारात्मक योगदान दे सकें।
इनकी रही मौजूदगी
कार्यक्रम में आदिवासी विकास विभाग सहायक आयुक्त श्री ललित शुक्ला, जिला शिक्षा अधिकारी श्री अशोक कुमार सिन्हा, विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री गोपाल कृष्णा दुबे, जनपद पंचायत सीईओ श्री राजेश सेंगर, एपीओ श्री रविशंकर पांडेय और विद्यालय के शिक्षक उपस्थित रहे।