कृषक उन्नति योजना: खरीफ में दलहन-तिलहन और मक्का किसानों को मिलेगी 10,000 रुपये प्रति एकड़ की आदान सहायता
सूरजपुर, 10 जुलाई 2025। छत्तीसगढ़ सरकार ने कृषकों की आय बढ़ाने और फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के लिए कृषक उन्नति योजना शुरू की है। इस योजना के तहत खरीफ 2025 में दलहन, तिलहन, मक्का, कोदो, कुटकी, रागी और कपास जैसी फसलों की खेती करने वाले किसानों को 10,000 रुपये प्रति एकड़ की आदान सहायता राशि दी जाएगी। साथ ही, पिछले खरीफ में धान की खेती कर समर्थन मूल्य पर बेचने वाले और अब अन्य खरीफ फसलों की खेती करने वाले पंजीकृत किसानों को 11,000 रुपये प्रति एकड़ की सहायता मिलेगी। दरअसल राज्य का अधिकांश क्षेत्र वर्षा आधारित होने के कारण मौसम की अनिश्चितता और बढ़ती लागत किसानों के लिए चुनौती बनी रहती है। इस योजना का उद्देश्य उन्नत बीज, उर्वरक, कीटनाशक और नवीन तकनीकों में निवेश को प्रोत्साहित करना, कास्त लागत कम करना और कृषि को लाभकारी व्यवसाय बनाना है।
पात्रता और भुगतान:
योजना का लाभ केवल एकीकृत किसान पोर्टल पर पंजीकृत किसानों को मिलेगा, जिन्होंने सहकारी समितियों या छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम को धान या धान बीज बेचा हो। धान (कॉमन) के लिए 731 रुपये प्रति क्विंटल (अधिकतम 15,351 रुपये प्रति एकड़) और धान (ग्रेड-ए) के लिए 711 रुपये प्रति क्विंटल (अधिकतम 14,931 रुपये प्रति एकड़) की दर से सहायता राशि डीबीटी के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खाते में जमा होगी।
इस तरह होगा क्रियान्वयन:
योजना का संचालन मार्कफेड, खाद्य विभाग, छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम और संचालनालय कृषि के माध्यम से होगा। संस्थागत समितियां जैसे ट्रस्ट, मंडल या सरकारी संस्थान इस योजना के लिए पात्र नहीं होंगे। अधिक भुगतान की स्थिति में राशि की वसूली भी की जा सकेगी। यह योजना किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।