विराट महारुद्राभिषेक व महा गंगा आरती 4 अगस्त को: शिव भक्ति का महापर्व

विराट महारुद्राभिषेक व महा गंगा आरती 4 अगस्त को: शिव भक्ति का महापर्व
विराट महारुद्राभिषेक व महा गंगा आरती 4 अगस्त को: शिव भक्ति का महापर्व

सूरजपुर, 3 अगस्त 2025। सावन के पवित्र माह में सूरजपुर के सिरसी में नरसिंह महाराज सामाजिक सेवा संस्थान द्वारा विराट महारुद्राभिषेक और महा गंगा आरती का आयोजन 4 अगस्त 2025 सोमवार को होने जा रहा है। इस पावन अवसर पर भक्तगण पार्थिव शिवलिंग पूजन के साथ भगवान शिव की कृपा प्राप्त करेंगे। रुद्राभिषेक का समय दोपहर 3 बजे से 5 बजे तक निर्धारित है।

 पार्थिव शिवलिंग पूजन का अनुपम महत्व

शिव महापुराण के अनुसार, सावन में पार्थिव शिवलिंग पूजा का विशेष महत्व है। इस पूजन से धन, धान्य, स्वास्थ्य, और पुत्र सुख की प्राप्ति होती है। मानसिक और शारीरिक कष्टों से मुक्ति के साथ-साथ अकाल मृत्यु का भय भी समाप्त होता है। शिव पुराण में वर्णित है कि कलयुग में कूष्माण्डा ऋषि के पुत्र मंडप ने इस पूजन की शुरुआत की थी, जिससे भक्तों को करोड़ों वर्षों तक स्वर्गीय सुख और अखंड शिव भक्ति का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

 

इस तरह बनाएं पार्थिव शिवलिंग

पार्थिव शिवलिंग बनाने के लिए पवित्र नदी या तालाब की मिट्टी का उपयोग करें। मिट्टी को दूध में गूंथकर, घी और भस्म मिलाकर शिवलिंग का निर्माण करें। शिवलिंग बनाते समय ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें और पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुंह रखें। शिवलिंग की ऊंचाई 12 अंगुल से अधिक नहीं होनी चाहिए, अन्यथा पूजन का पूर्ण फल प्राप्त नहीं होता। पूजा के बाद शिवलिंग पर चढ़ाई गई सामग्री ग्रहण नहीं करनी चाहिए।

 सभी के लिए सुलभ है पार्थिव पूजन

शिव पुराण के अनुसार, पार्थिव शिवलिंग पूजन में कोई भेदभाव नहीं है। पुरुष और महिला दोनों इस पूजा को विधि-विधान से कर सकते हैं। यह पूजन सभी दुखों का नाश कर मनोकामनाएं पूर्ण करता है। प्रतिदिन पार्थिव पूजन करने से इस लोक और परलोक में शिव भक्ति की प्राप्ति होती है।

आयोजन में शामिल होने का निमंत्रण

नरसिंह महाराज सामाजिक सेवा संस्थान, सिरसी, सूरजपुर सभी शिव भक्तों को इस महापर्व में शामिल होने का हार्दिक निमंत्रण देता है। यह आयोजन भक्ति, आस्था और सामाजिक एकता का अनुपम संगम होगा। आइए, इस पवित्र अवसर पर भगवान शिव की कृपा प्राप्त करें और अपने जीवन को सुख-शांति से समृद्ध करें।