सरगुजा पुलिस की 06 दिवसीय कार्यशाला का समापन, 812 पुलिसकर्मी हुए प्रशिक्षित

सरगुजा पुलिस की 06 दिवसीय कार्यशाला का समापन, 812 पुलिसकर्मी हुए प्रशिक्षित
सरगुजा पुलिस की 06 दिवसीय कार्यशाला का समापन, 812 पुलिसकर्मी हुए प्रशिक्षित

नए कानूनों पर आधारित प्रशिक्षण शिविर में विवेचना की गुणवत्ता व वैज्ञानिक साक्ष्य संकलन पर रहा फोकस

अम्बिकापुर 16 अप्रैल 2025।सरगुजा पुलिस द्वारा नवीन कानूनों को लेकर जागरूकता और क्रियान्वयन के उद्देश्य से आयोजित 06 दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का शनिवार को रक्षित केंद्र के सभाकक्ष में समापन हुआ। इस कार्यशाला में जिले भर के 812 पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भाग लिया और उन्हें भारतीय न्याय संहिता (BNSS), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNS), और भारतीय साक्ष्य अधिनियम (BSA) की बारीकियों से अवगत कराया गया।

देशभर में 1 जुलाई 2024 से प्रभावी हुए नए कानूनों के तहत, विवेचना के हर स्तर पर वैज्ञानिक दृष्टिकोण, डिजिटल साक्ष्य एवं पीड़ित केंद्रित प्रक्रियाओं को प्राथमिकता दी गई है। कार्यशाला में शामिल अधिकारियों को बताया गया कि नए कानून नागरिकों की सुरक्षा, महिला सशक्तिकरण तथा तेज़ न्याय प्रक्रिया को ध्यान में रखते हुए बनाए गए हैं।

प्रशिक्षण के दौरान यह स्पष्ट किया गया कि घटनास्थल की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी अब अनिवार्य रूप से की जानी चाहिए ताकि दोषियों की सटीक पहचान और दोषसिद्धि में वृद्धि हो सके। साथ ही, एफएसएल टीम के आने से पूर्व साक्ष्य संकलन के मानक तरीके भी अधिकारियों को सिखाए गए।

प्रत्येक प्रशिक्षण दिवस में सहायक जिला अभियोजन अधिकारियों द्वारा नवीन कानूनों की धाराओं का विस्तृत विश्लेषण किया गया। साथ ही, महिला सुरक्षा, आतंकवाद एवं संगठित अपराध के प्रकरणों में विवेचना के लिए नए दिशा-निर्देशों पर भी जोर दिया गया।

कार्यशाला के अंतिम दिन रक्षित निरीक्षक तृप्ति सिंह राजपूत, एडीपीओ अल्बर्ट टोप्पो, जितेश्वरी सोनवानी, नटराज पांडेय, अश्वनी ठाकुर, विकास श्रीवास्तव, राजेश सिंह, श्रुति कांबले, एवं जितेंद्र नारायण सिंह कुर्रे समेत कई अधिकारी उपस्थित रहे।

सरगुजा पुलिस के इस प्रयास को लेकर जिले भर में सकारात्मक प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। अधिकारियों का मानना है कि इस तरह के प्रशिक्षण न केवल पुलिस की दक्षता में वृद्धि करेंगे बल्कि जनता के प्रति न्याय प्रणाली में विश्वास को भी मजबूत करेंगे।