सुदूर वनांचल में प्रशासन की सघन सक्रियता: शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण और सड़क सुविधाओं की गहन समीक्षा
अम्बिकापुर, 06 अगस्त 2025। जिले के मैनपाट विकासखंड के सुदूर वनांचल क्षेत्रों में शासकीय योजनाओं की जमीनी हकीकत जानने और विकास कार्यों को गति देने के लिए कलेक्टर विलास भोसकर और जिला पंचायत सीईओ विनय कुमार अग्रवाल ने बुधवार को व्यापक दौरा किया। इस दौरान एसडीएम नीरज कौशिक, महिला बाल विकास, आदिवासी विकास, खाद्य, शिक्षा, स्वास्थ्य विभागों के अधिकारी और जनपद सीईओ सहित अन्य कर्मचारी मौजूद रहे। इस दौरे का उद्देश्य शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, सड़क और आवास योजनाओं की स्थिति का प्रत्यक्ष अवलोकन कर कमियों को दूर करना था। बहरहाल कलेक्टर और सीईओ का यह दौरा मैनपाट के सुदूर वनांचल क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, सड़क और आवास जैसी मूलभूत सुविधाओं को सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। प्रशासन की इस सक्रियता से न केवल योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित होगा, बल्कि क्षेत्र के समग्र विकास को भी गति मिलेगी।
एकलव्य विद्यालय में शिक्षण व्यवस्था का जायजा
निरीक्षण की शुरुआत कमलेश्वरपुर के एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय से हुई। कलेक्टर भोसकर ने स्कूल की शिक्षण व्यवस्था, छात्रावास, भोजन, पेयजल, बिजली, कम्प्यूटर कक्ष, डाइनिंग हॉल, रसोई, शौचालय और स्वच्छता की स्थिति का बारीकी से निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी छात्रों को समय पर स्कूल यूनिफार्म, पाठ्यपुस्तकें, पोषणयुक्त भोजन और साफ-सफाई की सुविधा मिले। इसके साथ ही, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए विषयवार अतिरिक्त कक्षाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करने पर जोर दिया। कलेक्टर ने शिक्षकों को बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रेरित करते हुए शैक्षणिक गतिविधियों में नियमितता और रचनात्मकता लाने की हिदायत दी।
प्राथमिक और माध्यमिक शाला पैगा में बच्चों से संवाद
कलेक्टर ने माध्यमिक और प्राथमिक शाला पैगा का दौरा किया, जहां उन्होंने बच्चों से सीधा संवाद कर उनकी पढ़ाई की स्थिति जानी। बच्चों से उन्नीस का पहाड़ा पूछा गया, जिसे उन्होंने आत्मविश्वास के साथ सुनाया। कलेक्टर ने उनकी प्रशंसा करते हुए नियमित पढ़ाई और मेहनत के लिए प्रोत्साहित किया। निरीक्षण के दौरान स्कूल में साफ-सफाई, मध्यान्ह भोजन और शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया गया। कलेक्टर ने शिक्षकों को स्कूल कक्ष में ब्लैक बोर्ड, शिक्षण सामग्री और अन्य मूलभूत सुविधाएं दुरुस्त करने के निर्देश दिए। साथ ही, स्वास्थ्य विभाग को स्कूलों में नियमित स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर बच्चों के स्वास्थ्य जांच की व्यवस्था करने को कहा।
पीडीएस दुकान में अनियमितता पर सख्ती
शासकीय उचित मूल्य दुकान पैगा के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने चावल, शक्कर, चना और नमक के वितरण की स्थिति का जायजा लिया। ग्रामीणों से चर्चा में पीडीएस वितरण में अनियमितता की शिकायत मिलने पर कलेक्टर ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दुकान संचालन का जिम्मा ग्राम पंचायत को सौंपने के निर्देश दिए। उन्होंने यह सुनिश्चित करने को कहा कि पात्र हितग्राहियों को समय पर और पूरी मात्रा में राशन उपलब्ध हो।
स्वास्थ्य केंद्र पैगा में व्यवस्थाओं की पड़ताल
कलेक्टर ने स्वास्थ्य केंद्र पैगा का दौरा कर ओपीडी पंजी, प्रसव पंजी, दवाइयों की उपलब्धता और अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने एंटी स्नेक वेनम और रैबिज जैसी आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। साथ ही, स्वास्थ्य केंद्र में स्वच्छता और मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने को कहा।
आंगनवाड़ी और मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता पर जोर
आंगनवाड़ी केंद्र असलगा में कलेक्टर ने बच्चों को वितरित हो रहे पोषणाहार की गुणवत्ता की जांच की। उन्होंने प्राथमिक शाला में मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता का भी अवलोकन किया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि बच्चों को पौष्टिक और गुणवत्तापूर्ण भोजन उपलब्ध कराया जाए। शिक्षण सामग्री और पोषणाहार की नियमित आपूर्ति पर जोर देते हुए उन्होंने बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए एकीकृत प्रयास करने की बात कही।
पीएम जनमन योजना और सड़क निर्माण में सख्ती
कलेक्टर ने पीएम जनमन योजना के तहत निर्माणाधीन प्रधानमंत्री आवासों की स्थिति का निरीक्षण किया। उन्होंने आवास निर्माण में कॉलम की मजबूती और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। साथ ही, निर्माण कार्य को समय-सीमा में पूरा करने की हिदायत दी। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बनी सड़कों की बारिश में क्षतिग्रस्त स्थिति पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई और ठेकेदार को नोटिस जारी कर तत्काल मरम्मत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए।
बच्चों के साथ भोजन, पौष्टिक आहार पर जोर
निरीक्षण के अंत में कलेक्टर श्री भोसकर और जिला पंचायत सीईओ श्री अग्रवाल ने सुपलगा पंचायत के ढोलपखना प्राथमिक शाला में बच्चों के साथ बैठकर मध्यान्ह भोजन किया। इस दौरान कलेक्टर ने शिक्षकों को निर्देश दिए कि बच्चों को प्रतिदिन अंकुरित चना, हरी सब्जियां और अन्य पौष्टिक आहार परोसा जाए। उन्होंने भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने को कहा ताकि बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास बेहतर हो सके।