सूरजपुर में बारिश का कहर: करीब दर्जनभर गांव बनें टापू , जिला प्रशासन एलर्ट मोड पर

सूरजपुर में बारिश का कहर: करीब दर्जनभर गांव बनें टापू , जिला प्रशासन एलर्ट मोड पर

सूरजपुर, 26 जुलाई 2025 (ब्रेकिंग)।बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र ने उत्तर छत्तीसगढ़ को भारी बारिश की चपेट में ला दिया है। सूरजपुर जिले में लगातार हो रही झमाझम बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग ने सरगुजा संभाग के लिए शनिवार को भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिससे स्थिति और गंभीर होने की आशंका है। जिले के ओड़गी ब्लॉक में बाढ़ और जलभराव के कारण लगभग दर्जन गांव टापू बन गए हैं, और नदियों-पुलियों के ऊपर से पानी बहने के चलते इनका जिला व ब्लॉक मुख्यालयों से संपर्क टूट गया है।

गांवों का संपर्क टूटा, जनजीवन ठप 

अपुष्ट सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार ओड़गी ब्लॉक के बिहारपुर, महुली, कोल्हुआ, अंतिकापुर, रामगढ़, उमझर, नवाटोला, सपहा, कुबेरपुर, कांतिपुर, थाड़पाथर, खैरा, बसनारा, कैलाश नगर, छतरंग और बांक जैसे गांव पूरी तरह कट गए हैं। रसोकी, बैजनपाठ, लुल्ह, भुंडा, तेलईपाठ और जुड़वनिया गांव पानी से घिर चुके हैं। इन गांवों के निवासी न तो ब्लॉक मुख्यालय पहुंच पा रहे हैं और न ही आसपास के गांवों तक। नदियों में उफान और पुलियों पर पानी के तेज बहाव ने आवागमन को पूरी तरह ठप कर दिया है। 

बाढ़ ने बढ़ाई चिंता, प्रशासन अलर्ट  

लगातार बारिश ने ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। खेत-खलिहान जलमग्न हो गए हैं, और कई जगहों पर घरों में पानी घुसने की खबरें हैं। ग्रामीणों का कहना है कि बुनियादी सुविधाओं तक पहुंच मुश्किल हो गई है। वहीं दूसरी तरफ प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार कलेक्टर सूरजपुर के निर्देश पर प्रशासनिक टीम ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य शुरू किए हैं, लेकिन भारी बारिश के कारण बचाव दल को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जिला प्रशासन ने लोगों से नदियों-नालों और जलभराव वाले क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है। 

मौसम विभाग की चेतावनी  

मौसम विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र अगले 24 घंटों तक सक्रिय रहेगा, जिसके चलते सरगुजा संभाग में भारी से अति भारी बारिश की संभावना है। विभाग ने प्रशासन और आम जनता को सतर्क रहने की सलाह दी है। 

ग्रामीणों की मांग, प्रशासन की चुनौती 

प्रभावित गांवों के लोग प्रशासन से तत्काल राहत और वैकल्पिक संपर्क व्यवस्था की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि बाढ़ के कारण खाद्य सामग्री और दवाइयों की कमी होने लगी है। वहीं, प्रशासन के सामने बारिश और बाढ़ के बीच राहत कार्यों को प्रभावी ढंग से लागू करने की बड़ी चुनौती है। जैसे-जैसे बारिश का कहर बढ़ रहा है, सूरजपुर के इन गांवों में रहने वाले लोगों की उम्मीदें अब प्रशासन और मौसम की मेहरबानी पर टिकी हैं।