साइबर ठगों के जाल से बचाव: फ्रेंड रिक्वेस्ट से शुरू होती है ठगी, निजी जानकारी न शेयर करें

साइबर ठगों के जाल से बचाव: फ्रेंड रिक्वेस्ट से शुरू होती है ठगी, निजी जानकारी न शेयर करें
साइबर ठगों के जाल से बचाव: फ्रेंड रिक्वेस्ट से शुरू होती है ठगी, निजी जानकारी न शेयर करें

सूरजपुर पुलिस का साइबर सेफ्टी मिशन: स्कूली बच्चों को ठगों से बचाने की सीख, DIG-SSP बोले- जागरूकता ही हथियार

सूरजपुर। साइबर अपराधों की बढ़ती वारदातों के बीच सूरजपुर पुलिस ने कमर कस ली है। शुक्रवार को साधुराम विद्या मंदिर स्कूल में 'साइबर कॉप जन जागरूकता अभियान' के तहत बच्चों को साइबर ठगों के चंगुल से बचाने की ट्रेनिंग दी गई। डीआईजी और एसएसपी सूरजपुर प्रशांत कुमार ठाकुर ने खुद मोर्चा संभाला और बच्चों से साइबर सिक्योरिटी व ट्रैफिक रूल्स पर सवाल-जवाब किए। बच्चों ने शानदार जवाब देकर साबित किया कि नई पीढ़ी स्मार्ट है, लेकिन जागरूकता जरूरी।इस दरम्यान श्री ठाकुर ने बताया, "साइबर क्राइम में हैकर्स पीड़ितों की इज्जत, पैसा और बिजनेस को निशाना बनाते हैं। ठग अब तरीके बदल चुके हैं। कोई बैंक या सरकारी अफसर बनकर जानकारी मांगे, तो बिल्कुल न दें।" उन्होंने चेताया कि साइबर ठग सोशल मीडिया पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर दोस्ती करते हैं, फिर धीरे-धीरे पर्सनल डिटेल्स जुटाते हैं। फोटोज, बैंक अकाउंट्स की जानकारी लेकर ब्लैकमेल करते हैं और खाते खाली कर देते हैं। सलाह दी- अकाउंट्स को लॉक रखें, पासवर्ड मजबूत बनाएं और अनजान से कुछ शेयर न करें।

महिला सेफ्टी से ट्रैफिक रूल्स तक: एक्सपर्ट्स ने दी टिप्स

कार्यक्रम में DSP मुख्यालय महालक्ष्मी कुलदीप ने महिला रक्षा टीम के कामों पर रोशनी डाली, जबकि थाना प्रभारी विमलेश दुबे और स्कूल डायरेक्टर डॉ. राहुल अग्रवाल (टिंकू) ने साइबर व रोड सेफ्टी की अहमियत बताई। बच्चे उत्साह से भरे थे- उन्होंने सवाल पूछे, अफसरों ने सरल भाषा में जवाब दिए। स्कूल प्रिंसिपल प्रभाकर उपाध्याय, वाइस प्रिंसिपल दिन दयाल तिवारी समेत टीचर्स और स्टूडेंट्स की भीड़ ने कार्यक्रम को यादगार बनाया।पुलिस का मकसद साफ- बच्चे न सिर्फ खुद सुरक्षित रहें, बल्कि घर-परिवार और समाज में जागरूकता फैलाएं। ठाकुर बोले, "साइबर फ्रॉड से बचाव मुमकिन है, बस जागरूक रहें।" यह अभियान सूरजपुर में साइबर क्राइम पर लगाम लगाने की दिशा में बड़ा कदम है।