ट्रैक्टरों में कैजवील पर सख्ती, सड़कों की सुरक्षा के लिए परिवहन विभाग की जागरूकता मुहिम जारी

ट्रैक्टरों में कैजवील पर सख्ती, सड़कों की सुरक्षा के लिए  परिवहन विभाग की जागरूकता मुहिम जारी
ट्रैक्टरों में कैजवील पर सख्ती, सड़कों की सुरक्षा के लिए  परिवहन विभाग की जागरूकता मुहिम जारी

अम्बिकापुर, 06 अक्टूबर 2025। ट्रैक्टरों के पहियों में कैजवील लगाकर चलाने से सार्वजनिक सड़कों को होने वाली क्षति और हादसों की बढ़ती आशंका को लेकर छत्तीसगढ़ में परिवहन विभाग ने सख्त रुख अपनाया है। इस मामले में छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय, बिलासपुर में दायर एक याचिका के बाद विभाग ने पूरे राज्य में ट्रैक्टरों की जांच के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। उक्ताशय पर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी विनय सोनी ने बताया कि कैजवील के उपयोग से सड़कों की सतह खराब होती है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। इस समस्या से निपटने के लिए विभाग ने ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इसी कड़ी में अम्बिकापुर के ग्राम पंचायत चठीरमा में एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया, जहां ग्रामीणों को कैजवील के दुष्प्रभावों और इसके कानूनी परिणामों की विस्तृत जानकारी दी गई।इसके साथ ही परिवहन विभाग ने बताया कि आने वाले दिनों में जिले के अन्य ग्राम पंचायतों में भी ऐसे शिविर आयोजित किए जाएंगे। साथ ही, सड़कों पर नियमित जांच तेज की जाएगी। विभाग ने जनता से अपील की है कि वे इस अभियान में सहयोग करें और सड़क सुरक्षा को प्राथमिकता दें। इस पहल से न केवल सड़कों की गुणवत्ता बनी रहेगी, बल्कि हादसों में कमी लाने में भी मदद मिलेगी। परिवहन विभाग की यह मुहिम सड़क सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। 

जागरूकता शिविर में ग्रामीणों को दी गई चेतावनी 

चठीरमा में आयोजित शिविर में परिवहन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों को बताया कि कैजवील लगे ट्रैक्टर न केवल सड़कों को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि अन्य वाहनों और पैदल यात्रियों के लिए भी खतरा बनते हैं। अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि जांच अभियान के दौरान यदि कोई ट्रैक्टर कैजवील के साथ सड़क पर पकड़ा गया, तो वाहन मालिक के खिलाफ नियमानुसार चालानी कार्रवाई की जाएगी। इसके तहत जुर्माना और अन्य कानूनी कदम उठाए जा सकते हैं। 

परिवहन विभाग की रणनीति  

क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी विनय सोनी ने बताया कि पूरे संभाग में ट्रैक्टरों की जांच के लिए विशेष दलों का गठन किया गया है। ये दल ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में अचानक जांच करेंगे। साथ ही, जागरूकता शिविरों के माध्यम से किसानों और ट्रैक्टर चालकों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया जा रहा है। विभाग का लक्ष्य है कि लोग स्वेच्छा से कैजवील का उपयोग बंद करें, ताकि सड़कों की सुरक्षा सुनिश्चित हो और कानूनी कार्रवाई से बचा जा सके।