सूरजपुर में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने की कवायद: 278 स्कूलों का युक्तियुक्तकरण, 956 शिक्षकों की होगी तैनाती

सूरजपुर में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने की कवायद: 278 स्कूलों का युक्तियुक्तकरण, 956 शिक्षकों की होगी तैनाती

सूरजपुर, 06 जून 2025। जिले में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए कलेक्टर श्री एस. जयवर्धन ने शुक्रवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष में प्रेस वार्ता आयोजित कर शालाओं और शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया पर विस्तृत जानकारी साझा की। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती भारती वर्मा, डीएमसी श्री शशिकांत, सहायक परियोजना समन्वयक श्री एस.एन. चौबे सहित अन्य अधिकारी और मीडिया प्रतिनिधि मौजूद रहे।कलेक्टर ने बताया कि जिले में शिक्षा की गुणवत्ता और संसाधनों के समुचित उपयोग के लिए युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। इस प्रक्रिया के तहत जिले के 278 स्कूलों का युक्तियुक्तकरण किया गया है, जिसमें ई संवर्ग के 39 और टी संवर्ग के 239 स्कूल शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस पहल का उद्देश्य शिक्षकों की कमी वाले स्कूलों में शिक्षकों की उपलब्धता सुनिश्चित करना और अतिशेष शिक्षकों का समायोजन करना है।

956 अतिशेष शिक्षकों की होगी काउंसलिंग  

सहायक परियोजना समन्वयक श्री एस.एन. चौबे ने बताया कि युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के तहत जिले में 956 अतिशेष शिक्षकों की पहचान की गई है। इन शिक्षकों को काउंसलिंग के माध्यम से रिक्त पदों वाले स्कूलों में तैनात किया जा रहा है। यह प्रक्रिया पारदर्शी और व्यवस्थित तरीके से पूरी की जा रही है ताकि किसी भी स्कूल में शिक्षकों की कमी न रहे।

दूरस्थ क्षेत्रों में शिक्षक विहीन स्कूलों पर विशेष ध्यान  

जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती भारती वर्मा ने बताया कि जिले के दूरस्थ विकासखंड ओड़गी में 69 प्राथमिक स्कूल एकल शिक्षकीय थे, जबकि प्रेमनगर में 6 प्राथमिक स्कूल पूरी तरह शिक्षक विहीन थे। युक्तियुक्तकरण के तहत इन स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती की गई है, जिससे ग्रामीण और सुदूर क्षेत्रों के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल सके। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया शिक्षा के क्षेत्र में समानता और गुणवत्ता लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने का लक्ष्य  

कलेक्टर श्री जयवर्धन ने जोर देकर कहा कि युक्तियुक्तकरण का मुख्य उद्देश्य जिले के प्रत्येक बच्चे को बेहतर शिक्षा प्रदान करना है। उन्होंने पत्रकारों से अपील की कि वे इस प्रक्रिया की सकारात्मकता को जन-जन तक पहुंचाएं, ताकि समाज में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़े। प्रेस वार्ता में मौजूद अधिकारियों ने पत्रकारों के सवालों का भी जवाब दिया और युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाने का आश्वासन दिया।