बस स्टैंड में हड़कंप:करीब 15 स्लीपर बसें इमरजेंसी गेट सील-फायर सिलेंडर कबाड़,आरटीओ की दों टूक 7 दिन में सुधार न हुआ तो नहीं दौड़ेंगी बसें सड़क पर

बस स्टैंड में हड़कंप:करीब 15 स्लीपर बसें  इमरजेंसी गेट सील-फायर सिलेंडर कबाड़,आरटीओ की दों टूक 7 दिन में सुधार न हुआ तो नहीं दौड़ेंगी बसें सड़क पर

अम्बिकापुर।देशभर में लगातार एसी स्लीपर बसों में आग की घटनाओं के बाद यात्री सुरक्षा को लेकर सख्त हुए परिवहन विभाग ने अम्बिकापुर में बड़ा एक्शन लिया है। संभागीय मुख्यालय से संचालित स्लीपर बसों की सुरक्षा व्यवस्था की जांच के लिए क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी विनय सोनी की अगुवाई में उड़नदस्ता टीम ने गुरुवार देर शाम बस स्टैंड में औचक जांच अभियान चलाया। एक-एक बस की बारीकी से जांच की गई।जांच के दौरान करीब 15 AC डीलक्स और सेमी-डीलक्स स्लीपर बसें बुनियादी सुरक्षा मानकों में फेल पाई गईं। कई बसों में तो फायर एक्सटिंग्विशर ही नहीं मिले, और जहां मिले वे एक्सपायर पाए गए। इमरजेंसी गेट नट-बोल्ट से कसकर बंद किए गए थे, यानी आपात स्थिति में बाहर निकलना नामुमकिन। वहीं फर्स्ट-एड बॉक्स में भी एक्सपायर्ड दवाएं बरामद हुईं।अधिकारियों ने सीट, बर्थ और इलेक्ट्रिकल वायरिंग तक की जांच की। कई बसों में ढीले वायरिंग और इंजन कंपार्टमेंट के पास धूल-मिट्टी जमी मिली, जो आग लगने का बड़ा कारण बन सकती है। टीम के सामने बस मालिकों की गंभीर लापरवाही उजागर हुई है। सभी को नोटिस जारी कर जल्द व्यवस्था दूरस्थ करने का निर्देश दिया गया है। बहरहाल यात्री सुरक्षा के लिए ऐसे कदम बेहद जरूरी हैं। परिवहन विभाग की इस सख्ती से उम्मीद है कि अब बस ऑपरेटर नियमों को हल्के में नहीं लेंगे और यात्रियों को सुरक्षित यात्रा का भरोसा मिलेगा।

यात्रियों की जान से खिलवाड़ न हो, इसलिए सख्ती जरूरी: क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी विनय सोनी

उक्ताशय पर क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी विनय सोनी ने कहा,ये बसें यात्रियों की जान को जोखिम में डाल रही हैं। सभी वाहन मालिकों को नोटिस जारी किया गया है। एक सप्ताह के भीतर फायर सेफ्टी, इमरजेंसी गेट और मेडिकल किट दुरुस्त न करने पर कड़ी कार्रवाई होगी। भविष्य में ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके साथ ही श्री सोनी ने स्पष्ट किया है कि अब लगातार ऐसी चेकिंग होगी, और नियम तोड़ने वालों पर सीधी चालानी कार्रवाई के साथ परमिट तक रद्द करने की कार्यवाही हो सकती है।

बस मालिकों में मचा हड़कंप

औचक चेकिंग से बस ऑपरेटरों में हड़कंप मच गया है। कई ऑपरेटर मौके से ही सुरक्षा उपकरण खरीदने और बसों में सुधार कराने में जुट गए। यात्री सुरक्षा पर सख्ती से आम यात्रियों में भी राहत और भरोसा बढ़ा है कि अब लापरवाही की जगह व्यवस्था चलेगी।