साहित्यकारों की डायरेक्टरी: छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग की अनोखी पहल, निःशुल्क प्रकाशन का सुनहरा अवसर
सूरजपुर। छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग ने राज्य के साहित्यिक धरोहर को संजोने के लिए एक क्रांतिकारी कदम उठाया है। हर जिले के साहित्यकारों की डायरेक्टरी तैयार करने की यह अभिनव पहल सूरजपुर जिले में जोर-शोर से शुरू हो चुकी है। स्थानीय लेखकों को अपनी रचनाओं का मंच मिलने जा रहा है, वो भी निःशुल्क पुस्तक प्रकाशन के साथ।जिला समन्वयक डॉ. मोहन साहू ने बताया कि छत्तीसगढ़ी और सरगुजिया भाषा में सृजन करने वाले सभी साहित्यकार निर्धारित प्रपत्र में अपना विवरण भरकर तीन दिनों के भीतर जिला समन्वयक के व्हाट्सएप नंबर 7869090090 पर पीडीएफ फॉर्मेट में भेज सकते हैं। आयोग न केवल इन साहित्यकारों की जानकारी संकलित कर डायरेक्टरी प्रकाशित करेगा, बल्कि उनकी लिखी पुस्तकों का भी मुफ्त प्रकाशन सुनिश्चित करेगा।डॉ. साहू ने जिले के सभी साहित्यकारों से अपील की है कि देर न करें, तुरंत अपना बायोडाटा भेजें। समय पर जानकारी मिलने से डायरेक्टरी का प्रकाशन निर्धारित समयसीमा में हो सकेगा। यह पहल न केवल स्थानीय भाषाओं को मजबूत करेगी, बल्कि उभरते लेखकों को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मील का पत्थर साबित होगी। साहित्य प्रेमी अब अपनी कलम की ताकत को आयोग के माध्यम से दुनिया के सामने ला सकते हैं!