पंडित रविशंकर त्रिपाठी महाविद्यालय में प्राचार्य की नियुक्ति पर बवाल, छात्रों का धरना-प्रदर्शन
भैयाथान 25 जुलाई 2025।पंडित रविशंकर त्रिपाठी महाविद्यालय में तनाव का माहौल है। नए प्राचार्य की नियुक्ति को लेकर छात्रों ने आंदोलन शुरू कर दिया है। यह आंदोलन न तो किसी सुविधा की मांग को लेकर है और न ही महाविद्यालय की समस्याओं के समाधान के लिए, बल्कि हाल ही में हुई प्राचार्य की नियुक्ति के विरोध में है। छात्रों ने नए प्राचार्य सीबी मिश्रा की नियुक्ति का कड़ा विरोध करते हुए धरना शुरू कर दिया है और पूर्व प्राचार्य रंजीत कुमार सातपुते को यथावत रखने की मांग की है।वहीं दूसरी तरफ स्थानीय लोगों का कहना है कि पंडित रविशंकर त्रिपाठी महाविद्यालय क्षेत्र का एक प्रतिष्ठित संस्थान है। सीबी मिश्रा के पूर्व कार्यकाल की नाकामियों ने न केवल छात्रों को प्रभावित किया, बल्कि क्षेत्र में महाविद्यालय की साख को भी ठेस पहुंचाई। अब नए प्राचार्य की नियुक्ति को लेकर उठा विवाद प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है। कुलमिलाकर छात्रों के इस आंदोलन ने महाविद्यालय प्रशासन और उच्च शिक्षा विभाग को कटघरे में खड़ा कर दिया है। अब देखना यह है कि जिला प्रशासन और उच्च शिक्षा विभाग इस मामले में क्या कदम उठाते हैं।
नए प्राचार्य की नियुक्ति से नाराज छात्र, पुराने कार्यकाल की खामियां गिनाईं
जानकारी के अनुसार, महाविद्यालय में प्राचार्य रंजीत कुमार सातपुते का स्थानांतरण होने के बाद सीबी मिश्रा को नए प्राचार्य के रूप में नियुक्त किया गया है। जैसे ही सीबी मिश्रा के नाम की घोषणा हुई, छात्रों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने महाविद्यालय परिसर में धरना शुरू कर दिया। छात्रों का कहना है कि सीबी मिश्रा तीन वर्ष पहले इस महाविद्यालय के प्राचार्य रह चुके हैं। उनके कार्यकाल में शिक्षा का स्तर बेहद खराब हो गया था। उस दौरान 71 में से 70 छात्र फेल हो गए थे, जिसके कारण महाविद्यालय की छवि को गहरा धक्का लगा था। जगह-जगह चर्चाएं होने लगी थीं और आलोचना का दौर शुरू हो गया था। इसके बाद उच्च शिक्षा विभाग ने उन्हें हटाकर रंजीत कुमार सातपुते को प्राचार्य नियुक्त किया था।
छात्रों ने उठाई मांग, "रंजीत सातपुते को यथावत रखें"
छात्रों का कहना है कि रंजीत कुमार सातपुते के कार्यकाल में महाविद्यालय में शैक्षणिक और प्रशासनिक व्यवस्था में उल्लेखनीय सुधार हुआ। उनकी कार्यशैली को छात्रों और कर्मचारियों ने सराहा। इसके विपरीत, सीबी मिश्रा के पूर्व कार्यकाल में छात्रों के साथ दुर्व्यवहार और दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही की शिकायतें सामने आई थीं। यही कारण है कि उनकी नियुक्ति का विरोध हो रहा है।
एसडीएम को सौंपा ज्ञापन, कलेक्टर से हस्तक्षेप की मांग
आक्रोशित छात्रों ने भैयाथान के एसडीएम सागर सिंह को कलेक्टर के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इस ज्ञापन में छात्रों ने मांग की है कि रंजीत कुमार सातपुते को प्राचार्य के पद पर यथावत रखा जाए और सीबी मिश्रा की नियुक्ति को रद्द किया जाए। छात्रों ने ज्ञापन में स्पष्ट किया कि सीबी मिश्रा के कार्यकाल में छात्रहित में कोई कार्य नहीं हुआ और उनकी कार्यशैली से महाविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता को नुकसान पहुंचा था।
छात्रों का अल्टीमेटम, मांग पूरी न हुई तो तेज होगा आंदोलन
छात्रों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर जल्द विचार नहीं किया गया तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। धरने पर बैठे छात्रों का कहना है कि वे महाविद्यालय की गरिमा और शैक्षणिक भविष्य को बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। इस मामले में उच्च शिक्षा विभाग और जिला प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन छात्रों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है।