सूरजपुर में कांग्रेस का उग्र प्रदर्शन, भूपेश बघेल के परिजनों पर ED कार्रवाई के खिलाफ फूंका पुतला
सूरजपुर, 19 जुलाई 2025 । छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय महासचिव भूपेश बघेल व उनके परिजनों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई के खिलाफ सूरजपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उग्र प्रदर्शन किया। जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्रीमती भगवती राजवाड़े के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने ब्लॉक कांग्रेस कार्यालय से अग्रसेन चौक तक पदयात्रा निकाली और ED का पुतला दहन कर केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा।इस दरम्यान कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि ED के माध्यम से विपक्षी नेताओं पर बदले की भावना से कार्रवाई की जा रही है। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि भाजपा के इशारे पर ED ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास पर छापेमारी कर उनके पुत्र चैतन्य बघेल को गिरफ्तार किया, जो पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है। कांग्रेस ने इसे लोकतंत्र की हत्या और विपक्षी नेताओं के परिवारों को निशाना बनाने की साजिश करार दिया।
पदयात्रा और पुतला दहन के साथ जोरदार नारेबाजी
ब्लॉक कांग्रेस कार्यालय से शुरू हुई पदयात्रा में कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार और ED के खिलाफ नारेबाजी की। अग्रसेन चौक पहुंचकर ED का पुतला जलाया गया और भाजपा सरकार की तानाशाही के खिलाफ नारे लगाए गए। प्रदर्शन में पूर्व विधायक पारस नाथ राजवाड़े, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष नरेश राजवाड़े, रमेश दनोदिया, कुसुमलता राजवाड़े, उषा सिंह, इस्माइल खान, संजय डोसी, जफर हैदर, मेंहदी यादव, प्रदीप राजवाड़े, प्रदीप साहू, NSUI जिलाध्यक्ष आकाश साहू सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल हुए।
कांग्रेस का आरोप: भाजपा का राजनीतिक प्रतिशोध
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि भूपेश बघेल और उनके परिवार पर ED की कार्रवाई कोई नई बात नहीं है। इससे पहले भी मार्च 2025 में ED ने भूपेश बघेल के निवास पर छापेमारी की थी, जिसमें 32-33 लाख रुपये नकद और कुछ दस्तावेज मिले थे, जिन्हें बघेल ने पारिवारिक आय और खेती-डेयरी से प्राप्त धन बताया था। कांग्रेस ने इसे भाजपा की हताशा और विपक्ष को दबाने की रणनीति करार दिया। प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि यह कार्रवाई तब की गई, जब भूपेश बघेल विधानसभा में आदानी समूह द्वारा तमनार में कोयला खदान के लिए पेड़ों की कटाई का मुद्दा उठाने वाले थे।
नेताओं ने भरी हुंकार: "न डरेंगे, न झुकेंगे"
पूर्व विधायक पारस नाथ राजवाड़े ने कहा, "भाजपा लोकतंत्र को कुचलने और विपक्षी नेताओं को डराने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। लेकिन कांग्रेस कार्यकर्ता डरने वाले नहीं हैं। हम सत्य की लड़ाई लड़ेंगे।" जिला कांग्रेस अध्यक्ष भगवती राजवाड़े ने कहा, "चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा है। भाजपा विपक्ष की आवाज दबाना चाहती है, लेकिन हम चुप नहीं रहेंगे।"
ED की कार्रवाई का पृष्ठभूमि
ED ने भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को भिलाई स्थित उनके निवास से हिरासत में लिया और पांच दिन की रिमांड पर भेजा। यह कार्रवाई कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की गई, जिसमें ED ने दावा किया कि चैतन्य इस घोटाले से प्राप्त 2,161 करोड़ रुपये की आय के लाभार्थियों में शामिल हैं। इससे पहले जनवरी में ED ने पूर्व मंत्री कवासी लखमा, रायपुर के मेयर ऐजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर और अन्य को भी इस मामले में गिरफ्तार किया था।
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख चेहरे
पदयात्रा और पुतला दहन में जाकेश राजवाड़े, राहुल जायसवाल, नरेंद्र यादव, विमला सिंह, नवीन जायसवाल, महेंद्र साहू, विद्यासागर सिंह, बिहारी कुलदीप, चंदन सिंह, विकास सिंह, गैबीनाथ साहू, बलराम शर्मा, अविनाश यादव, लक्ष्मण राजवाड़े, संदीप शर्मा, राजेश साहू, सैयद नदीम, मुस्तफा खान, रुद्र प्रताप सिंह, लिवनेश सिंह, चन्द्रदत्त दुबे, दीपक कर, मौसिम खान, अमित पैकरा, बंटी सिंह, कलकत्ता राजवाड़े, विक्की समददार, शकील हुसैन, तनवीर, सीता शर्मा, अखिलेश ठाकुर, विष्णु साहू, सुनीता खाखा, नुमान अली, बाबू खान, सुमीत सोनी, प्रेम राजवाड़े और अन्य कार्यकर्ता शामिल थे।
कांग्रेस का संदेश: "लोकतंत्र बचाओ, तानाशाही हटाओ"
कांग्रेस ने इस प्रदर्शन के जरिए केंद्र सरकार को साफ संदेश दिया कि वह ED और अन्य केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग से विपक्ष को नहीं दबा सकती। सूरजपुर में हुए इस उग्र प्रदर्शन ने पूरे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश भरा है और आने वाले दिनों में इस विरोध के और तेज होने की संभावना है।