DMF घोटाले में EOW-ACB का अम्बिकापुर में डॉक्टर-सप्लायर के ठिकानों पर छापा

DMF घोटाले में EOW-ACB का अम्बिकापुर में डॉक्टर-सप्लायर के ठिकानों पर छापा

अम्बिकापुर (ब्रेकिंग)। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के काले कारनामों पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है। आर्थिक अपराध शाखा और एंटी करप्शन ब्यूरो की संयुक्त टीम ने रविवार सुबह सरगुजा जिले के अम्बिकापुर में बड़ा एक्शन लिया। पशु चिकित्सक डॉ. तनवीर अहमद और सप्लायर अमित अग्रवाल के घरों व कार्यालयों पर धावा बोलकर महत्वपूर्ण दस्तावेज, डिजिटल रिकॉर्ड और लेन-देन के कागजात जब्त कर लिए गए। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, यह छापेमारी डिस्ट्रिक्ट मिनरल फाउंडेशन (DMF) फंड के घोटाले की जांच का हिस्सा है, जो भूपेश बघेल सरकार के दौर में पनपा था। इनपर सरकार बदलते ही जांच शुरू हों गई हैं। EOW-ACB की टीमें अब DMF फंड में वित्तीय अनियमितताओं, फर्जी खरीद-बिक्री, सप्लाई में हेराफेरी और गलत भुगतान जैसे आरोपों की जड़ तक पहुंच रही हैं। अम्बिकापुर के पड़े छापे की यह कार्रवाई राज्य की राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है।

डॉ. तनवीर पर DMF फंड से कई संदिग्ध सप्लाई और खरीदी में भूमिका संदिग्ध 

पूर्व सीएम भूपेश बघेल के कार्यकाल में पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक रहे डॉ. तनवीर अहमद पर अब गंभीर आरोप लगे हैं। सरगुजा और बलरामपुर में उनकी तैनाती के दौरान DMF फंड से कई संदिग्ध सप्लाई और खरीद हुईं, जो नियमों का खुला उल्लंघन बताई जा रही हैं। सूत्रों की मानें तो टीम ने उनके आवास और दफ्तर से मोबाइल डेटा, कंप्यूटर हार्ड डिस्क, फाइलें और अन्य दस्तावेज बरामद किए। 

सप्लायर अमित अग्रवाल की 'डील' पर नजर: अधिक दरों पर सप्लाई का खेल?

सत्तीपारा निवासी अमित अग्रवाल का नाम भी DMF फंड की अनियमितताओं में फंसा है। आरोप है कि उनके जरिए कई सामग्री की आपूर्ति बिना ठीक प्रक्रिया या ऊंची कीमतों पर की गई। EOW-ACB ने उनके कारोबारी ठिकानों पर लेन-देन की बारीकी से छानबीन शुरू कर दी है। दस्तावेजों से सच्चाई उजागर होने का इंतजार है।

बलरामपुर में भी दबिश: मनोज-मुकेश अग्रवाल के घर छापा, पुष्टि बाकी

सूत्र बता रहे हैं कि बलरामपुर के राजपुर में भी ACB का छापा पड़ा है। कारोबारी भाइयों मनोज और मुकेश अग्रवाल के घरों पर दबिश दी गई, जिनके तार DMF घोटाले से जुड़े बताए जा रहे हैं। हालांकि, आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है।यह कार्रवाई न केवल प्रशासनिक स्तर पर साफ-सफाई ला रही है, बल्कि राजनीतिक माहौल को भी गरमा रही है।