नहीं थम रही बाल विवाह बेदमी में 17 वर्षीय बालिका की शादी रुकवाई गई, प्रशासन की समझाइश से परिजन माने

नहीं थम रही बाल विवाह बेदमी में 17 वर्षीय बालिका की शादी रुकवाई गई, प्रशासन की समझाइश से परिजन माने
नहीं थम रही बाल विवाह बेदमी में 17 वर्षीय बालिका की शादी रुकवाई गई, प्रशासन की समझाइश से परिजन माने

सूरजपुर 16 अप्रैल 2025।जिले में प्रशासन द्वारा लगातार जागरूकता अभियान और सख़्त निगरानी के बावजूद बाल विवाह जैसी कुप्रथाएं पूरी तरह खत्म नहीं हो पाई हैं। ऐसा ही एक मामला विकासखंड ओड़गी के दूरस्थ ग्राम बेदमी से सामने आया है, जहां 17 साल 6 माह की नाबालिग बालिका की शादी की सूचना मिलने पर संयुक्त टीम ने मौके पर पहुंचकर शादी को स्थगित कराया।

मौके पर पहुंची टीम ने परिजनों को बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 की जानकारी दी और समझाइश के माध्यम से विवाह टलवाया। टीम में जिला बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल, परियोजना अधिकारी ओड़गी जागेश्वर साहू, क्षेत्रीय पर्यवेक्षक ज्योति राज, ओआरडब्ल्यू पवन धीवर, चाइल्ड हेल्पलाइन की शीतल सिंह, ग्राम सरपंच बसंत नाग और थाना रमकोला से पुलिस बल शामिल रहा।

टीम ने बताया कि बाल विवाह कानूनन अपराध है और इसके दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई का प्रावधान है। मौके पर पूर्व में रोके गए एक अन्य बाल विवाह का भी फॉलोअप किया गया। संबंधित परिवार से बात कर यह सुनिश्चित किया गया कि बालिका को शिक्षा से जोड़ा जाए और भविष्य में ऐसे प्रयास न हों।

बाल विवाह रोकथाम की दिशा में सक्रिय प्रशासन

प्रशासनिक अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि जिले में बाल विवाह रोकने के लिए अभियान और निगरानी लगातार जारी है। ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत स्तर पर भी जनप्रतिनिधियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है ताकि ऐसी कुप्रथाएं समय रहते रोकी जा सकें। साथ ही हेल्पलाइन नंबर 1098 पर सूचना देने की अपील भी की गई है।