पं. मोतीलाल नेहरू की 164वीं जयंती पर कांग्रेस ने दी श्रद्धांजलि, स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को किया याद
नई पीढ़ी को बताए कांग्रेस के मूल्यों और बलिदानों की प्रेरणादायक गाथा
अम्बिकापुर, 06 मई 2025 ।स्वतंत्रता संग्राम के पुरोधा, महान अधिवक्ता एवं भारतीय राजनीति के शिल्पकार पंडित मोतीलाल नेहरू की 164वीं जयंती पर जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय, राजीव भवन में भावभीनी श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कांग्रेस नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने उनके राष्ट्रनिर्माण में योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धा-सुमन अर्पित किए।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री बालकृष्ण पाठक ने कहा कि पंडित मोतीलाल नेहरू जैसे महान व्यक्तित्व ने केवल आज़ादी की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाई, बल्कि उन्होंने ऐसे विचारों और मूल्यों को जन्म दिया जो आज भी भारतीय लोकतंत्र की नींव हैं। उन्होंने कहा, नेहरू-गांधी परिवार ने देश के लिए बलिदानों की जो श्रृंखला रची, वह भारतीय राजनीति में अद्वितीय है। आज जिस तरह से सत्ता पक्ष उनके योगदान को नकारने और इतिहास को तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत करने का प्रयास कर रहा है, वह देश के प्रति किए गए बलिदानों के अपमान के समान है।
उन्होंने कहा कि पंडित मोतीलाल नेहरू ने अपने पुत्र जवाहरलाल नेहरू को ऐसी शिक्षा और संस्कार दिए, जिससे वे भारत के पहले प्रधानमंत्री बने और आधुनिक भारत की नींव रखी। आज की पीढ़ी को कांग्रेस के मूल्यों, त्याग और संघर्ष की प्रेरणा देने के लिए ऐसे आयोजनों की नितांत आवश्यकता है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीसीसी महामंत्री द्वितेंद्र मिश्रा ने कहा कि पं. मोतीलाल नेहरू केवल एक नेता नहीं, बल्कि स्वतंत्रता आंदोलन के वैचारिक स्तंभ थे। उन्होंने इलाहाबाद में ‘स्वराज भवन’ को आज़ादी के सेनानियों के लिए समर्पित कर दिया था।
वक्ताओं में हेमंत सिन्हा, इरफान सिद्दीकी, अशफाक अली, अमित तिवारी राजा, लोकेश कुमार, रजनीश सिंह, आतिश शुक्ला, राशिद अहमद ने भी अपने विचार व्यक्त किए और पं. नेहरू के योगदान को जन-जन तक पहुंचाने की अपील की।सभा में मौजूद वरिष्ठ नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान मो. इस्लाम, श्रीमती मधु दीक्षित, विनय शर्मा, हेमंत तिवारी, दुर्गेश गुप्ता, अनिल सिंह, संध्या रवानी, मदन जायसवाल, जमील खान, कलीम अंसारी, नरेंद्र विश्वकर्मा, संजय सिंह, चंद्र प्रकाश सिंह, जीवन यादव, दिलीप धर, विकास शर्मा, निकी खान, अमित कुमार सिन्हा, रोशन कन्नौजिया, बैजनाथ ठाकुर, मंजू सिंह, प्रीति सिंह, चंचला सांडिल्य, उर्मिला विश्वास, अफजल अंसारी, अब्दुल लतीफ सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
कार्यक्रम ने आज़ादी के मूल्यों और ऐतिहासिक विरासत को जीवंत किया
कार्यक्रम का उद्देश्य केवल पं. मोतीलाल नेहरू को श्रद्धांजलि देना ही नहीं था, बल्कि उनकी विचारधारा, उनके समर्पण, त्याग और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में निभाई गई उनकी केंद्रीय भूमिका को नई पीढ़ी तक पहुंचाना भी था। वक्ताओं ने यह भी कहा कि यह समय है जब भारत की नई पीढ़ी को यह बताया जाए कि आज़ादी केवल एक तारीख नहीं, बल्कि हजारों बलिदानों और संघर्षों की परिणति है, जिसे भुलाया नहीं जा सकता।