मासूमों के लिए शिक्षकों का बड़ा दिल: सर्पदंश से अनाथ हुए चार बच्चों को मिला सहारा

मासूमों के लिए शिक्षकों का बड़ा दिल: सर्पदंश से अनाथ हुए चार बच्चों को मिला सहारा

सूरजपुर/भैयाथान। एक दर्दनाक हादसे ने जब ग्राम पंचायत बसकर के डालाबहरा में सर्पदंश से एक दंपति की जिंदगी छीन ली, तो उनके चार मासूम बच्चों का संसार उजड़ गया। लेकिन इस अंधेरी घड़ी में शिक्षक समाज ने उम्मीद की किरण बनकर इन बच्चों को संबल दिया। प्राथमिक शाला डालाबहरा के प्रधान पाठक तरुण सिंह तोमर की पहल पर छत्तीसगढ़ सर्व शिक्षक कल्याण संघ ने मानवता की मिसाल पेश की। संघ ने 14,400 रुपये नगद और 50 किलो चावल की सहायता इन मासूमों तक पहुंचाई। यह मदद जनपद उपाध्यक्ष राजीव प्रताप सिंह, भाजपा मंडल अध्यक्ष सुनील साहू, खंड शिक्षा अधिकारी फुलसाय मरावी, शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अमर नाथ चौबे, सरपंच सुरेश सिंह और रक्षेन्द्र प्रताप सिंह के हाथों बच्चों को सौंपी गई। इस दौरान जनपद उपाध्यक्ष श्री सिंह ने ग्राम पंचायत और समाज से अपील की कि बच्चों के लिए बिस्तर की व्यवस्था की जाए, ताकि कोई भी मासूम जमीन पर सोने को मजबूर न हो। इस नेक कार्य में शिक्षक विजेंद्र कुशवाहा, नरेन्द्र प्रसाद साहू, बेचन राम कुशवाहा, राजकुमार कुशवाहा, श्रीकांत द्विवेदी, कैलाश राम साहू, सियाराम सिंह, कालीप्रसाद सिंह, जगरनाथ सिंह सहित संघ के अन्य सदस्यों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। 

गाँववासियों की आँखों में उम्मीद की चमक

गाँववालों ने शिक्षकों और सामाजिक संगठनों के इस प्रयास को दिल से सराहा। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस संकट की घड़ी में यह मदद न सिर्फ बच्चों को आर्थिक सहारा देगी, बल्कि उनके मन में समाज के प्रति विश्वास भी जगाएगी। एक ग्रामीण ने भावुक होते हुए कहा, ये बच्चे अब अकेले नहीं हैं, समाज का प्यार और शिक्षकों का साथ उनके साथ है।यह पहल न केवल इन मासूमों के लिए एक नई शुरुआत है, बल्कि समाज को यह संदेश भी देती है कि संवेदना और एकजुटता से हर मुश्किल को आसान बनाया जा सकता है।