सीएम साय के दौरे पर बवाल, सड़कों की खस्ताहाली को लेकर कांग्रेस का हंगामा, 20 से ज्यादा कार्यकर्ता गिरफ्तार
अम्बिकापुर (ब्रेकिंग)। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के अम्बिकापुर दौरे के दौरान घड़ी चौक पर उस समय हंगामा मच गया, जब जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं ने सड़कों की जर्जर हालत को लेकर उनके खिलाफ जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी। प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को कड़ा रुख अपनाना पड़ा, जिसके बाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक सहित 20 से अधिक कार्यकर्ताओं और निगम पार्षदों को हिरासत में ले लिया गया। गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को मणिपुर थाना ले जाया गया। इस घटना से क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया, और कुछ देर के लिए यातायात भी प्रभावित हुआ।जिला कांग्रेस कमेटी सरगुजा के अध्यक्ष बालकृष्ण पाठक के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री साय ने अंबिकापुर की बदहाल सड़कों के लिए 23 करोड़ रुपये स्वीकृत करने का वादा किया था, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। कांग्रेस ने इस मुद्दे को लेकर पहले ही सीएम के दौरे का विरोध करने की चेतावनी दी थी, जिसके चलते सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच बीते कुछ दिनों से तीखी बयानबाजी का दौर चल रहा था।
कांग्रेस का आरोप ज्ञापन देने की मांग पर प्रशासन का टालमटोल
कांग्रेस कमेटी ने दावा किया कि उन्होंने सुबह से ही जिला प्रशासन से मुख्यमंत्री को सड़कों की मरम्मत के लिए ज्ञापन सौंपने हेतु समय मांगा था, लेकिन प्रशासन ने टालमटोल की नीति अपनाई। इसके बाद, जब जिला कांग्रेस कार्यालय राजीव भवन से कार्यकर्ता कलेक्टोरेट की ओर ज्ञापन देने के लिए निकले, तो घड़ी चौक पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया और प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया।
जिला कांग्रेस कमेटी ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा, "हम शांतिपूर्ण तरीके से अपनी मांगें उठाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन प्रशासन ने हमें समय देने के बजाय पुलिस बल भेजकर कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। यह लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है।" कांग्रेस ने इस कार्रवाई को अलोकतांत्रिक करार देते हुए तीखी नाराजगी जताई है।
सड़कों की बदहाली बना सियासी मुद्दा
अंबिकापुर में सड़कों की जर्जर स्थिति लंबे समय से स्थानीय लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। गड्ढों से भरी सड़कों के कारण यातायात प्रभावित होने के साथ-साथ दुर्घटनाओं का खतरा भी बढ़ गया है। कांग्रेस का कहना है कि मुख्यमंत्री ने इस समस्या के समाधान के लिए बड़े-बड़े वादे किए, लेकिन धरातल पर कोई प्रगति नहीं दिख रही। दूसरी ओर, सत्ताधारी बीजेपी ने कांग्रेस के इस प्रदर्शन को सियासी ड्रामा करार दिया है।
प्रशासन ने संभाला मोर्चा, स्थिति नियंत्रण में
प्रदर्शन के दौरान घड़ी चौक पर कुछ देर के लिए तनावपूर्ण माहौल रहा, लेकिन पुलिस और प्रशासन की तत्परता से स्थिति को नियंत्रित कर लिया गया। अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती और प्रदर्शनकारियों को हटाए जाने के बाद यातायात व्यवस्था सामान्य हो गई। पुलिस का कहना है कि हिरासत में लिए गए कार्यकर्ताओं के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।