आंगनबाड़ी केंद्रों की सामग्री पर सख्ती: मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने गठित की विशेष जांच टीम, 15 दिन में मांगी प्राथमिक रिपोर्ट
रायपुर, 19 मई 2025। छत्तीसगढ़ के आंगनबाड़ी केंद्रों में वितरित सामग्री की गुणवत्ता को लेकर उठे सवालों पर महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कड़ा रुख अपनाया है। गुणवत्ताविहीन सामग्री की शिकायतों के बाद मंत्री ने त्वरित कार्रवाई करते हुए विशेष जांच टीम का गठन किया है। यह कदम बच्चों और माताओं के स्वास्थ्य से जुड़े गंभीर मामले को लेकर पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने की दिशा में उठाया गया है।कुलमिलाकर छत्तीसगढ़ सरकार का यह कदम आंगनबाड़ी केंद्रों के प्रति जवाबदेही और पारदर्शिता को दर्शाता है। विशेष जांच टीम की रिपोर्ट से न केवल मामले की सच्चाई सामने आएगी, बल्कि यह भी सुनिश्चित होगा कि बच्चों और माताओं के स्वास्थ्य के साथ कोई समझौता न हो। मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े का यह सख्त रुख सुशासन और जनकल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है।
मामले की गंभीरता पर तत्काल एक्शन
पिछले दिनों मीडिया के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों में घटिया सामग्री वितरण की खबरें सामने आई थीं। इस पर तुरंत संज्ञान लेते हुए मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने 7 मई को विभागीय सचिव को जांच के निर्देश दिए थे। हालांकि, प्रक्रिया में देरी को देखते हुए उन्होंने पुनः स्मरण पत्र जारी कर कार्रवाई में तेजी लाने का आदेश दिया। मामले की गंभीरता को समझते हुए विभागीय संचालक ने एक उच्चस्तरीय जांच टीम गठित की, जिसमें विशेषज्ञों और अधिकारियों को शामिल किया गया है।
विशेष जांच टीम का गठन
मंत्री के निर्देश पर गठित जांच टीम में संयुक्त संचालक (वित्त), महिला एवं बाल विकास; अध्यक्ष/प्रबंध संचालक, सीएसआईडीसी के प्रतिनिधि; प्राचार्य, गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज (GEC), रायपुर द्वारा नामित तकनीकी विशेषज्ञ; संबंधित जिले के जिला कार्यक्रम अधिकारी; सहायक संचालक, आईसीडीएस (संयोजक); और आईआर क्लास सिस्टम एंड सॉल्यूशन प्रा. लि. व एसजीएस इंडिया प्रा. लि. के तकनीकी सदस्य शामिल हैं। यह टीम रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, जांजगीर-चांपा, जशपुर और सरगुजा जिलों के आंगनबाड़ी केंद्रों में वितरित सामग्री की गुणवत्ता की गहन जांच करेगी।
जांच का दायरा और प्रक्रिया
जांच टीम सामग्री की भौतिक जांच करेगी, जिसमें वजन, पैकेजिंग, और उपयोगिता की बारीकी से पड़ताल होगी। इसके अलावा, सामग्री के नमूने एकत्र कर छत्तीसगढ़ शासन से मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में गुणवत्ता परीक्षण के लिए भेजे जाएंगे। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों और माताओं को केवल उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री ही उपलब्ध हो।
15 दिन में प्राथमिक रिपोर्ट का निर्देश
मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने जांच टीम को 15 दिनों के भीतर प्राथमिक रिपोर्ट सौंपने के सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जांच के आधार पर आरोपों की सत्यता का पता लगाया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मंत्री ने कहा, "यह विष्णु देव साय की सुशासन वाली सरकार है, जो पारदर्शिता और जनसेवा के लिए प्रतिबद्ध है। किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दोषी चाहे कोई भी हो, प्रमाणित होने पर कठोर कार्रवाई निश्चित है।
सुशासन और जनसेवा का संकल्प
मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने जोर देकर कहा कि भाजपा सरकार में जनता की सेवा सर्वोपरि है। आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों और माताओं के लिए गुणवत्तापूर्ण सामग्री सुनिश्चित करना सरकार की प्राथमिकता है। इस जांच से न केवल दोषियों को जवाबदेह बनाया जाएगा, बल्कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए भी ठोस कदम उठाए जाएंगे।