नशे के सौदागर पर सरगुजा पुलिस का बड़ा प्रहार: 12 लाख के 1200 नशीले इंजेक्शन जब्त, आरोपी धराया

नशे के सौदागर पर सरगुजा पुलिस का बड़ा प्रहार: 12 लाख के 1200 नशीले इंजेक्शन जब्त, आरोपी धराया

अम्बिकापुर। नशे के काले कारोबार के खिलाफ सरगुजा पुलिस ने एक बार फिर अपनी ताकत दिखाई है। गांधीनगर पुलिस ने मनेन्द्रगढ़ रोड पर छापेमारी कर 1200 प्रतिबंधित नशीले इंजेक्शनों की भारी खेप जब्त की, जिसकी बाजार कीमत करीब 12 लाख रुपये आंकी गई है। इस सनसनीखेज मामले में तस्करी के मुख्य आरोपी रोहित भगत को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई नशे के अवैध कारोबार पर लगाम कसने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सरगुजा, आईपीएस राजेश कुमार अग्रवाल के कड़े निर्देशों के तहत जिले में नशीले पदार्थों की तस्करी और अवैध खरीद-फरोख्त पर शिकंजा कसने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। सभी थाना और चौकी प्रभारियों को संदिग्ध गतिविधियों पर पैनी नजर रखने और तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं। इसी कड़ी में 1 अगस्त 2025 को गांधीनगर पुलिस की टीम ने पेट्रोलिंग के दौरान मनेन्द्रगढ़ रोड पर सेंट्रल स्कूल के पास एक संदिग्ध युवक को देखा। युवक, जिसके पास एक पिट्ठू बैग और सफेद प्लास्टिक का बोरा था, पुलिस को देखते ही घबरा गया और बोरा छोड़कर भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस ने तुरंत उसे दौड़ाकर पकड़ लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम रोहित भगत, पिता गोविंद भगत, उम्र 22 वर्ष, निवासी कोपा, थाना सन्ना, जशपुर, हाल पता सुभाषनगर, थाना गांधीनगर बताया। संदिग्ध व्यवहार और भागने की कोशिश के कारण पुलिस ने गवाहों की मौजूदगी में उसके पिट्ठू बैग और बोरे की तलाशी ली। तलाशी में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। बैग और बोरे में 600 नग रेक्सोजेसिक (बुप्रेनोरफिन इंजेक्शन आईपी, 2 एमएल) और 600 नग एविल (फेनिरामाइन मेलिएट इंजेक्शन आईपी, 10 एमएल) बरामद हुए। कुल 1200 इंजेक्शनों की मात्रा 7200 एमएल थी, जिनकी अनुमानित कीमत 12 लाख रुपये है। आरोपी से इन नशीले पदार्थों के लिए वैध दस्तावेज मांगे गए, लेकिन वह कोई कागजात पेश नहीं कर सका। इसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 22(सी) के तहत अपराध क्रमांक 441/25 दर्ज किया और उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है, और पुलिस अब इस तस्करी के नेटवर्क की जड़ तक पहुंचने के लिए उससे गहन पूछताछ कर रही है। जांच में यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि ये नशीले इंजेक्शन कहां से लाए गए और इन्हें कहां सप्लाई किया जाना था। पुलिस को शक है कि इस मामले में और भी लोग शामिल हो सकते हैं, जिनका खुलासा जल्द हो सकता है। इस कार्रवाई में थाना प्रभारी गांधीनगर, निरीक्षक प्रदीप जायसवाल के नेतृत्व में आरक्षक अतुल शर्मा, अरविंद उपाध्याय, विकास सिंह, घनश्याम देवांगन, राहुल सिंह, अजित मिंज, दीपक सोनवानी, सैनिक अनिल साहू और चालक रामवृक्ष ने सक्रिय भूमिका निभाई। 

नशे के खिलाफ जीरो टॉलरेंस: एसएसपी आईपीएस राजेश कुमार अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि नशीले पदार्थों की तस्करी करने वालों के खिलाफ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। सरगुजा पुलिस इस अभियान को और तेज करने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि युवाओं को नशे की दलदल में धकेलने वाले तस्करों का जाल पूरी तरह खत्म किया जा सके।