85 फीट के रावण दहन के लिए गूंजा जय श्री राम का उद्घोष, बुराई पर अच्छाई की जीत का उत्सव

85 फीट के रावण दहन के लिए गूंजा जय श्री राम का उद्घोष, बुराई पर अच्छाई की जीत का उत्सव

सूरजपुर। नवरात्रि के नौ दिनों तक भक्ति और श्रद्धा के रंग में डूबे ग्राम पंचायत पर्री में आज दशहरा उत्सव धूमधाम से मनाया गया। बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक इस पर्व में 85 फीट ऊंचे रावण के दहन ने हजारों भक्तों के दिलों में श्री राम के प्रति भक्ति का अलख जगा दिया। जय श्री राम के उद्घोष और मंत्रोच्चार के बीच देवालय प्रांगण में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा।बारिश की बूंदों के बीच भी भक्तों का उत्साह कम नहीं हुआ। शस्त्र पूजन, श्री राम की आरती और दीप प्रज्वलन जैसे धार्मिक अनुष्ठानों ने माहौल को और अधिक भक्तिमय बना दिया। इस पर्व ने न केवल धर्म और सकारात्मक ऊर्जा का संदेश दिया, बल्कि पारिवारिक समृद्धि और एकता का भी प्रतीक बना।

85 फीट का रावण बना आकर्षण का केंद्र

ग्राम पंचायत पर्री के स्थानीय युवाओं ने अथक प्रयासों से 85 फीट ऊंचा रावण का पुतला तैयार किया। मनोज देवांगन, शंकर राजवाड़े, राकेश राजवाड़े, प्रदीप कुशवाहा, जुगनू सिंह, गोलू सिंह, अंकित राजवाड़े, विजेंद्र राजवाड़े, जूगेंद्र राजवाड़े, कमलेश राजवाड़े और तपेश्वर सिंह के सहयोग से निर्मित यह विशाल पुतला आयोजन का मुख्य आकर्षण रहा। जैसे ही रावण का पुतला अग्नि को समर्पित हुआ, चारों ओर ‘जय श्री राम’ और ‘सीता माता की जय’ के जयघोष से वातावरण गूंज उठा।

मुख्य अतिथियों ने बढ़ाया उत्साह

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जनपद सदस्य एवं सभापति यशवंत सिंह और विशिष्ट अतिथि के रूप में आरआई उपस्थित रहे। ग्राम पंचायत पर्री के सरपंच संत कुमार सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। उनके मार्गदर्शन और प्रेरणा से आयोजन को भव्यता मिली। आसपास के गांवों से उमड़े हजारों लोगों ने इस उत्सव को एक अविस्मरणीय पल में बदल दिया।

भक्ति और उत्साह का संगम

दशहरा का यह पर्व पर्री में सिर्फ एक आयोजन नहीं, बल्कि भक्ति, संस्कृति और समुदाय की एकता का प्रतीक बन गया। रावण दहन के साथ ही भक्तों ने प्रभु श्री राम के आदर्शों को अपने जीवन में उतारने का संकल्प लिया। यह उत्सव न केवल बुराई पर अच्छाई की जीत का उत्सव था, बल्कि श्री राम के प्रति अगाध श्रद्धा और भक्ति का भी जीवंत चित्रण था।