खेलते हुए कट गई नस, इलाज के दरम्यान मौत,बेपरवाही का सामने आता मंजर
बलरामपुर। जिले के शासकीय शैक्षणिक संस्थानों में लापरवाही का आलम थमने का नाम नहीं ले रहा। मारपीट, देखभाल की कमी और अब मौत की दिल दहलाने वाली घटना ने सबको झकझोर दिया। जरहाडीह आदिवासी छात्रावास में रविवार को मासूम छात्र अभय कच्छप की जान चली गई। खेलते समय असुरक्षित स्थान पर झाड़ी काटने के दौरान उसके पैर की नस कट गई। अधीक्षक ने घायल को जिला अस्पताल पहुंचाया, लेकिन वहां एम्बुलेंस की व्यवस्था न होने से उसे अधीक्षक के भरोसे ही छोड़ दिया गया। हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने अम्बिकापुर रेफर किया, लेकिन इलाज के दौरान बच्चे ने दम तोड़ दिया। इसके बाद शव को बिना पोस्टमार्टम के ही बलरामपुर लौटा लिया, अब जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू की है। छात्रावास प्रबंधन और जिला अस्पताल पर लापरवाही के गंभीर आरोप लग रहे हैं। असुरक्षित स्थान पर बच्चे को खेलने देने से लेकर एम्बुलेंस की अनुपलब्धता तक, हर कदम पर सवाल उठ रहे हैं। अधिकारी जांच और निलंबन की औपचारिकता निभाते हैं, लेकिन कब मिलेगा छात्रों को सुरक्षित माहौल और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा..? यह एक गंभीर सवाल बतौर लंबे अरसे से जस का तस बरकरार है.....?