खोड़ में समाधान शिविर, मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने सुनीं ग्रामीणों की समस्याएं, पांच महिलाओं का किया सम्मान

खोड़ में समाधान शिविर, मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने सुनीं ग्रामीणों की समस्याएं, पांच महिलाओं का किया सम्मान
खोड़ में समाधान शिविर, मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने सुनीं ग्रामीणों की समस्याएं, पांच महिलाओं का किया सम्मान

सूरजपुर, 29 मई 2025। सुशासन तिहार के अंतर्गत ओड़गी विकासखंड के ग्राम पंचायत खोड़ में आज समाधान शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने शिरकत की। इस शिविर में क्लस्टर की आठ ग्राम पंचायतों—बेदमी, छतोली बीजो, इंजानी, करवा, केसर, खोड़, मसंकी और टमकी—के सैकड़ों ग्रामीणों ने हिस्सा लिया और अपनी समस्याओं को शासन-प्रशासन के समक्ष रखा। शिविर में जनप्रतिनिधियों, विभिन्न विभागों के अधिकारियों और ग्रामीणों की बड़ी संख्या में उपस्थिति ने इस आयोजन को सामाजिक सरोकार का प्रतीक बनाया साथ ही साथ इस आयोजन ने सुशासन के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को और मजबूत किया, जिसे उपस्थित जनसमुदाय ने खूब सराहा। 

“संवाद से समाधान” की अनूठी पहल  

मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की “संवाद से समाधान” पहल की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि यह पहल ग्रामीणों और शासन के बीच की दूरी को पाटने का एक सशक्त माध्यम बनी है। जिला प्रशासन की सक्रियता और इस पहल के माध्यम से सड़क, बिजली, पानी, राशन, पेंशन जैसी मूलभूत समस्याओं का त्वरित समाधान संभव हो सका है। नए आवेदनों को स्वीकार कर उनका तत्काल निराकरण भी किया गया। उन्होंने आश्वासन दिया कि जनहित को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए भविष्य में भी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित किया जाएगा। 

ग्रामीणों को मिला अपनी बात रखने का मंच  

शिविर में उपस्थित ग्रामीणों ने इस आयोजन को एक सुनहरा अवसर बताया। उन्होंने कहा कि समाधान शिविर ने उन्हें अपनी समस्याओं को सीधे शासन तक पहुंचाने का मंच प्रदान किया। ग्रामीणों की शिकायतों और सुझावों को ध्यानपूर्वक सुना गया, जिससे उनकी आस्था शासन-प्रशासन के प्रति और मजबूत हुई। 

महिलाओं का सम्मान, सामाजिक सरोकार को बल 

शिविर के दौरान एक विशेष पहल के तहत मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने देवी अहिल्याबाई होल्कर की स्मृति में पांच प्रेरणादायी महिलाओं को साड़ी और नारियल भेंट कर सम्मानित किया। इस सम्मान ने नारी सशक्तीकरण और सामाजिक समरसता के प्रति शासन की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।