चंदौली जिले के मिल्कीपुर में बंदरगाह और फ्रेट विलेज निर्माण को लेकर प्रशासन और ग्रामीणों के बीच वार्ता विफल रही। एसडीएम अनुपम मिश्रा ने काश्तकारों से समन्वय बनाने का प्रयास किया। ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि वे अपनी जमीन नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि जान दे देंगे लेकिन जमीन नहीं देंगे। ग्रामीणों ने अपनी असहमति दर्ज कराई। वार्ता की सूचना पर समाजवादी पार्टी के नेता भी मौके पर पहुंचे। इनमें मुगलसराय विधानसभा से पूर्व प्रत्याशी चंद्रशेखर यादव, सुदामा यादव और संतोष यादव शामिल थे। ग्रामीणों का कहना है कि वे विकास के विरोधी नहीं हैं। लेकिन ऐसा विकास जो गांव का अस्तित्व ही मिटा दे, वह विनाश है। सपा नेताओं ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि बिना उनकी सहमति के कोई जमीन नहीं ले सकता। स्थानीय लोगों ने गंगा नदी में पानी की कमी का मुद्दा भी उठाया। उनका कहना है कि ऐसी स्थिति में बंदरगाह सफल नहीं हो सकता। इस बैठक में ईशान मिल्की, वीरेंद्र साहनी, डब्लू साहनी, आस मोहम्मद, अखिलेश सिंह, विनय मौर्य समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।