झांसी आउटर पर ट्रेन में बजा फायर अलार्म, मची अफरा-तफरी:आग लगने के डर से चलती ट्रेन में गेट की तरफ भागे यात्री, बोले-घबरा गए थे

झांसी आउटर पर ट्रेन में बजा फायर अलार्म, मची अफरा-तफरी:आग लगने के डर से चलती ट्रेन में गेट की तरफ भागे यात्री, बोले-घबरा गए थे
झांसी स्टेशन से पहले उदयपुर-खजुराहो एक्सप्रेस में फायर अलार्म बजने से अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। यात्रियों को लगा कि AC कोच में आ लग गई है। इसी डर में यात्री ट्रेन से कूदने की तैयारी करने लगे। हालांकि, कोच अटेंडेंट के समझाने पर यात्री शांत हो गए। लेकिन जबतक अलार्म बजा यात्री अपनी सीट पर नहीं लौटे। झांसी पहुंचे यात्रियों ने घटना का आंखों देखा हाल भी बताया। दरअसल, उदयपुर से चलकर खजुराहो जाने वाली ट्रेन नंबर 19666 अपने निर्धारित समय से 19 मिनट की देरी से दोपहर 2.24 बजे झांसी के वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन के प्लेटफॉर्म नम्बर 1 पर पहुंची। लेकिन इससे पहले ट्रेन आउटर पर 15 मिनट खड़ी रही। यहां ट्रेन का फायर अलार्म बजने से ब्रेक लग गए थे। झांसी पहुंचे ट्रेन के थर्ड AC इकॉनमी कोच M-1 के यात्रियों ने बताया कि आउटर से पहले कोच में लगा फायर अलार्म अचानक बजने लगा था, जिससे लोगों में आग लगने के डर से अफरा-तफरी मच गई। यात्रियों ने बताया कि कुछ लोग चलती ट्रेन में ही अपनी सीट छोड़कर दरवाजे की तरफ भागने लगे थे। लेकिन ट्रेन की स्पीड ज़्यादा होने की वजह से कोई कूदा नहीं। बताया कि करीब 15 मिनट तक अलार्म बजता रहा। इसके बाद रेल कर्मी आए औए उन्होंने अलार्म बंद किया। कोच अटेंडर ने संभाली स्थिति ट्रेन में चल रहे कोच अटेंडर ने घटना के दौरान सूझबूझ का परिचय देकर स्थिति को संभाला है। कोच अटेंडर सुपरवाइजर ने बताया कि कोच के अंदर किसी ने बीड़ी या सिगरेट पी होगी। इसी के बाद फायर अलार्म बजने लगा। उन्होंने बताया कि यात्री थोड़े घबराए जरूर थे। लेकिन सभी को समझाया गया कि आग लगने जैसा कुछ नहीं हुआ है। इसके बाद स्टाफ ने आकर अलार्म बंद किया, तो सभी ने राहत की सांस ली। ऐसे बजने लगता है अलार्म रेलवे के LHB (लिंक हॉफमेन बुश) कोच में फायर सेफ्टी अलार्म लगाए हैं। इन्हीं अलार्म से ट्रेन का ब्रेकिंग सिस्टम भी जुड़ा होता है। कोच के अंदर लगाए गए इन अलार्म साथ ही सेंसर भी लगे होते हैं। जब कोई बीड़ी/सिगरेट पीता है या किसी और कारण से भी धुआं इन अलार्म में लगे सेंसर के संपर्क में आता है तो ये अलार्म बजने लगते हैं। यदि 1 मिनट में ट्रेन का ड्राइवर गाड़ी नहीं रोकता है तो फिर दूसरे मिनट से ये सेफ्टी सिस्टम एक्टिव हो जाता है और खुद ब खुद ट्रेन के ब्रेक लगने लगते हैं। ट्रेन में सिगरेट पीने वाले की तलाश कर की जाएगी कार्रवाई मंडल के जनसंपर्क अधिकारी मनोज कुमार सिंह ने उस घटना को लेकर कहा कि ये सामान्य बात है। हमने इसीलिए फायर सेफ्टी सिस्टम लगाए हैं कि आग से पहले इसकी सूचना मिल जाए। अलार्म ने वही काम भी किया। लेकिन जिसने भी सिगरेट पीकर नियम और सुरक्षा को नजरअंदाज किया है, उस पर कार्रवाई की जाएगी। ट्रेन में आग जैसी कोई घटना नहीं हुई।