रविवार की दोपहर सुल्तानगंज थाने से सटे बीच सड़क पर अपराधियों ने जितेन्द्र कुमार महतो को गोली मार दी। इलाज के दौरान PMCH में उनकी मौत हो गई। जितेंद्र पेशे से वकील थे। सिविल कोर्ट और पटना हाईकोर्ट दोनों जगह प्रैक्टिस करते थे। जितेंद्र की 5 संतानें हैं, इसमें दो बेटा और तीन बेटी हैं। तीन गोली मारी गई रविवार दोपहर घर से पैदल रोड पर चाय पीने के लिए निकले थे। चाय पीकर लौट रहे थे, उससे 40 कदम पहले उन्हें सड़क पर अपराधियों ने गोली मार दी। तीन राउंड उन पर गोलियां दागी गईं। अपराधी घटना को अंजाम देने के बाद फरार हो गए। इसके बाद पुलिस पहुंचीं। घटनास्थल से तीन खोखे बरामद किए गए हैं। FSL, डॉग स्क्वॉड की टीम भी पहुंचकर जांच पड़ताल की। जिस वक्त उन पर फायरिंग हुई, उस वक्त सड़क पर काफी चहलकदमी थी। राहगीर वहां से गुजर रहे थे। आस-पास की दुकानें भी खुली थीं। मस्जिद के पास की जमीन पर घर बनाने को लेकर विवाद मृतक की पत्नी ने बताया कि कभी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। सभी की मदद करते थे। रविवार को भोजन के लिए बोली थी। लेकिन, बोले कि रोड पर से आ रहा हूं, खाना भी नहीं खाए। सबसे मिलते जुलते रहते थे। सबके साथ उनके संबंध अच्छे थे। सिर्फ परिवार में ही विवाद होता था। छज्जा निकालने को लेकर विवाद छोटी बेटी नेहा ने बताया कि एक सप्ताह पहले मस्जिद के पास की जमीन पर घर बनाने के दौरान चाचा लोगों से लड़ाई झगड़े हुए थे। इस जमीन को लेकर अक्सर चाचा लोगों से विवाद चल रहा था। छोटे भाई की पत्नी ने बताया कि मेरा घर बन रहा था। इस दौरान छज्जा निकालने को लेकर विवाद बढ़ा था। यह सब एक सप्ताह पहले की बात है। अब किसने क्यों गोली मार दी, कुछ कह नहीं सकते। सीसीटीवी फुटेज देख रही पुलिस पूर्वी एसपी परिचय कुमार ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज खंगाला जा रहा है। परिवार के लोगों से भी बातचीत की जा रही है। हर एंगल से इसकी पड़ताल हो रही है।