सावन की आज पहली सोमवारी है। धनिष्ठा नक्षत्र, आयुष्मान योग और सौभाग्य योग के साथ संकष्टी गणेश चतुर्थी का उत्तम संयोग बन रहा है। भगवान शिव की पूजा के लिए सुबह से ही शिवालयों में भीड़ देखने को मिलेगी। भक्त ॐ नमः शिवाय, हर हर महादेव, बोलबम के जयकारे लगाएंगे। शिवालयों में पूरे दिन श्रद्धालु जलाभिषेक करेंगे और संध्याकाल में श्रृंगार पूजा होगा। आयुष्मान योग में पहली सोमवारी आचार्य पंडित राकेश झा ने कहा कि आज श्रावण मास के प्रथम सोमवारी पर श्रद्धालु भगवान शंकर को दूध, दही, घी, मधु, ईख के रस व गंगाजल आदि से अभिषेक कर फूल, बेलपत्र, भांग, समी, अकवन पुष्प आदि अर्पित करेंगे। वहीं, सुहागन स्त्रियों को आज शिव-पार्वती की पूजन से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होगी। सावन से कार्तिक मास तक सोलह सोमवारी का व्रत भी आज से शुरू होगा I शिव की पूजा सर्वदा कल्याणकारी ज्योतिषी झा ने बताया कि सावन मास में शिव की पूजा करने से चार गुना ज्यादा पुण्य मिलता है। भक्तों के लिए इनकी पूजा-आराधना सर्वदा कल्याणकारी ही होता है। आज सावन के पहली सोमवारी पर महादेव को दूध व गंगाजल से अभिषेक कर बेलपत्र चढ़ाने से श्रद्धालुओं को सभी प्रकार से कल्याण होगा। इसके अलावा असाध्य रोगों से छुटकारा व व्यवसाय संबंधित समस्या भी दूर होंगे। चार सोमवारी का बना संयोग पंडित राकेश झा के अनुसार सावन मास में कुल चार सोमवार पड़ेंगे। इसमें पहली सोमवारी आज, दूसरी सोमवारी 21 को, तीसरी सोमवारी 28 जुलाई, चौथी व अंतिम सोमवारी 4 अगस्त को होगी। मनोकामना पूर्ति के लिए शिव को ये करें अर्पित